यूनिफॉर्म की वजह से बीमार पड़ी एयर होस्टेस, कंपनी को देना पड़ा 8 करोड़ का हर्जाना
American Airlines Air Hostess uniform case: साल 2016 में अमेरिका में एयर होस्टेस की ओर से उनकी फ्लाइट ड्रेस बनाने वाली कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया था। सालों बाद अब इस मामले में कैलिफ़ोर्निया में एक जूरी की ओर से फैसला आ गया है, जिसके तहत ड्रेस बनाने वाली कंपनी की ओर से अमेरिकन एयरलाइंस के एयर होस्टेस को 7 करोड़ 90 लाख से अधिक का हर्जाना देना होगा। इस मामले में एयर होस्टेस की ओर से ड्रेस बनाने वाली कंपनी के खिलाफ एक मुकदमा दायर करते हुए कहा गया था कि ड्रेस पहनने के बाद उन्हें शरीर में चकत्ते, सिरदर्द और सांस लेने जैसी समस्याओं सहित और भी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा।
400 से अधिक एयर होस्टेस की ओर से दायर हुआ मुकदमा
मामले को लेकर एपी में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार, यह जूरी की ओऱ से सुनाया गया यह फैसला अभी सिर्फ शुरुआत है। क्योंकि इस मामले से कानूनी प्रतिनिधियों ने बताया है कि वे मौजूदा समय में 400 से अधिक अन्य फ्लाइट अटेंडेंट के मामलों को संभाल रहे हैं, जो इस ड्रेस बनाने के खिलाफ समान आरोप लगा रहे हैं। आपको बता दें कि इस मामले में जज की ओर से अभी तक आधिकारिक तौर पर जूरी के इस फैसले का समर्थन नहीं किया गया है। इसके साथ ही ड्रेस भनाने वाली कंपनी की कानूनी टीम ने इस फैसले के खिलाफ अपील करने की प्लानिंग को लेकर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।
साल 2016 में शुरू हुआ था मामला
आपको बता दें कि इस मामले की शुरुआत साल 2016 में हुई थी, जब अमेरिकन एयरलाइंस के फ्लाइट अटेंडेंट्स के लिए नई ड्रेस पेश की गई, जिससे उन लोगों में भारी उत्साह देखने को मिला। मिली जानकारी के मुताबिक, इस ड्रेस के सामने आने के बाद शिकायतों की एक लाइन लगती चली गई। अपनी शिकायतों में एक पीड़ित एयर होस्टेस की ओर से कहा गया कि इस ड्रेस को पहनने के बाद कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऐसा लगता था जैसे किसी भीड़भाड़ वाले स्थान पर खड़े हों, जहां सांस लेने में दिक्कत हो रही हो।
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कंपनी कपड़ों में करती थी जहरीले और रसायनिक पदार्थों का इस्तेमाल
एपी के प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, एयर होस्टेस की ओर से दायर हुए मुकदमे में यह भी दावा किया गया कि कंपनी की ओर से बनाई गई इस वर्दी में फॉर्मेल्डिहाइड, टोल्यूनि और स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े अन्य कई प्रकार के जहरीले रसायनों के अंश थे। इतना ही नहीं, कंपनी की ओर से कपड़ों को झुर्रियों से मुक्त रखने और उन्हें लंबे समय तक चलाने के लिए वर्षों से कपड़ों में फॉर्मेल्डिहाइड युक्त रेजिन का इस्तेमाल किया जाता रहा है। मुकदमा दायर करने वाले एयरलाइन्स कर्मचारियों के वकीलों में से एक डैनियल बालाबन ने जूरी के फैसले पर कहा कि यह एक बहुत लंबी लड़ाई रही है। लेकिन लंबे समय तक हुए इस इंतजार के बाद आए इस फैसले से हम बहुत खुश हैं।
अमेरिकन एयरलाइंस ने कंपनी के साथ खत्म किया टाईअप
आपको बता दें कि ड्रेस बनाने वाली कंपनी ट्विन हिल इस मामले को लेकर फैसला सुनाने वाले जूरी के फैसले के खिलाफ अपील कर सकता है। इसके साथ ही आपको बता दें कि अमेरिकन एयरलाइंस ने मामले के बाद ट्विन हिल कंपनी से अपना टाईअप खत्म कर दिया और अपनी वर्दी के लिए लैंड्स एंड के साथ टाईअप किया है।
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