Shani Dosh Ke Sanket: हस्तरेखा शास्त्र में बताया गया है कि प्रत्येक ग्रह का संबंध हाथ के किसी-न-किसी हिस्से से है. हाथ की सबसे बड़ी यानी मध्यमा (Middle Finger) उंगली को शनि की उंगली माना जाता है. इस उंगली के नीचे के भाग को शनि पर्वत कहा जाता है, जबकि पर्वत के पास वाली रेखा को शनि रेखा कहते हैं.
लोहा और नीलम जैसे शनि ग्रह से जुड़े धातु शनि की उंगली में पहनने चाहिए. इससे शनि दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में खुशियों का वास होता है और रोगों से व्यक्ति बचा रहता है. हालांकि, इस उंगली में कोई और धातु पहनने से व्यक्ति को शनि दोष लगता है और वो सदा परेशान ही रहता है.
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बता दें कि शनि पर्वत का दबा हुआ होना शुभ होता है, जबकि शनि पर्वत का उठा हुआ होना शुभ नहीं होता है. ऐसे लोगों को किसी भी काम में सफलता नहीं मिलती है और वो तनाव में रहते हैं. शनि दोष से बचने वाले उपायों के बारे में जानने के लिए आप ऊपर दिए गए वीडियो को देख सकते हैं.
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी हस्तरेखा शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.