कई बार बाघ जंगल से निकलकर रिहायशी इलाके में पहुंच जाते हैं, इससे लोगों में दहशत फैल जाती है। कई जगहों पर तो लोगों को प्रशासन की तरफ से अकेले ना निकलने की सलाह दी जाती है लेकिन उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक गजब नजारा देखने को मिला। यहां एक बाघ जंगल से निकलकर रिहायशी इलाके में आ गया और फिर एक दीवार पर ही आराम फरमाने लगा जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई।
पीलीभीत के कलीनगर तहसील क्षेत्र के अटकोना क्षेत्र के गांव में रात को एक बाघ देखा गया। इससे लोग डर गए, वन विभाग को इसके बारे में सूचना दी। रातभर ग्रामीण दहशत में रहे, सुबह बाघ एक दीवार पर बैठ गया। वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने मिलकर बाघ के आसपास के इलाके को जाल से घेर दिया ताकि वह हमला ना कर सके।
उजाला होते ही बाघ को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंच गए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि बाघ के चारों तरफ बेहद करीब लोग एकत्रित हो गए हैं। छत पर बड़ी संख्या में लोग खड़े हैं और बाघ एक दीवार पर घूम रहा है। थोड़ी देर बाद वह दीवार पर ही बैठ गया और आराम करने लगा।
वन विभाग की टीम लगातार बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की कोशिश में लगी रही। बताया जा रहा है कि करीब 12 घंटे बाद टीम को सफलता मिल पाई और बाघ को रेस्क्यू किया गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। IFS अधिकारी प्रवीण कासवान ने लिखा कि एक दीवार पर बाघ! लेकिन यह सच है. ऐसी स्थिति में सबसे कठिन काम वन्यजीवों को नहीं बल्कि इंसानों को नियंत्रित करना होता है।
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एक ने लिखा कि चिंता बाघ की नही है, चिंता इस जनता की है कि अगर शेर कहीं बिदक गया और भीड़ को दौड़ा लिया तो सोचो कितने लोगों की जान चली जायेगी। एक अन्य ने लिखा की तस्वीर भले ही शानदार हो लेकिन सच्चाई भयानक है। इंसानों की बढ़ती आबादी और अंधाधुंध जंगल की कटाई का ही परिणाम है ये तस्वीर। एक अन्य ने लिखा कि जानवरों से डरने से ज्यादा इंसानों को समझाने की जरूरत है।