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IPL 2025 Final में RCB या PKBS में किस टीम पर ज्यादा सट्टा? फलोदी बाजार से सामने आए आंकड़े

IPL 2025 के फाइनल को लेकर हर जगह उत्साह है, खासकर राजस्थान के छोटे शहर फलोदी में। यहां का सट्टा बाजार अपनी सटीक भविष्यवाणियों के लिए मशहूर है। इस बार भी फलोदी ने RCB को चैंपियन बताकर दांव लगाने वालों को रोमांच में डाल दिया है।

PBKS vs RCB
IPL 2025 का फाइनल मुकाबला बस होने वाला है और राजस्थान के छोटे से शहर फलोदी में इस बड़े क्रिकेट मैच को लेकर खास चर्चा चल रही है। फलोदी का सट्टा बाजार अपनी सटीक भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है। यहां के लोग क्रिकेट के साथ-साथ चुनाव और मौसम पर भी दांव लगाते हैं। इस बार भी फाइनल से पहले ही बाजार में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) को जीतने के लिए सबसे ज्यादा दांव लगाए जा रहे हैं। लेकिन टॉस के बाद इस खेल की दिशा बदल सकती है, जो सबके लिए रोमांचक बना देगा।

फलोदी बाजार में RCB को भारी तवज्जो

राजस्थान के छोटे से शहर फलोदी का नाम इस बार फिर चर्चा में है। यह शहर अपने ‘सट्टा बाजार’ के लिए खासा जाना जाता है, जहां लोग अलग-अलग चीजों पर दांव लगाते हैं, जैसे चुनाव, मानसून और अब क्रिकेट। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, IPL 2025 के फाइनल मैच से पहले फलोदी की यह सट्टा मार्केट खासा हलचल में है। इस बार फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और पंजाब किंग्स आमने-सामने हैं। फलोदी के बाजार में ज्यादातर लोग RCB के जीतने पर दांव लगाना पसंद कर रहे हैं। बाजार का मानना है कि RCB की जीत के चांस ज्यादा हैं।

टॉस के बाद बदल सकते हैं दांव के हालात

फलोदी के सट्टेबाजों के मुताबिक, RCB पर दांव लगाना सस्ता पड़ रहा है, लगभग 93 से 95 पैसे प्रति रुपये के हिसाब से। वहीं, पंजाब किंग्स के लिए दांव महंगा है, करीब 1 रुपये से 1 रुपये 10 पैसे तक, जिस वजह से इस पर दांव लगवाने वाले कम हैं। लेकिन यहां के जानकार कहते हैं कि मैच का असली मिजाज टॉस के बाद ही पता चलेगा। अगर टॉस जीतकर कोई टीम पहले बल्लेबाजी करती है, तो बाजार के रुझान भी उसी के अनुसार बदल सकते हैं। इसलिए अभी तक स्थिति अनिश्चित बनी हुई है।

फलोदी सट्टा बाजार की खास परंपरा

फलोदी शहर में सट्टा बाजार की खास परंपरा रही है। यहां के लोग सालों से चुनाव, मौसम और राजनीतिक नेताओं के भविष्य पर दांव लगाते आए हैं। हालांकि पुलिस ने कभी-कभी इस पर कार्रवाई भी की, लेकिन बाजार के लोगों ने सरकार से इसे ‘सट्टा बाजार’ की जगह ‘हेरिटेज मार्केट’ कहने की मांग की। उनका कहना है कि यह उनकी एक शौकिया परंपरा है, न कि पेशा।

सट्टेबाज सही नहीं होते हमेशा, देखना होगा मैच का असली नतीजा

फलोदी के सट्टा बाजार में हर तरह के दुकानदार दांव लगाने में रुचि रखते हैं, चाहे वह मिठाई की दुकान हो, राशन की दुकान हो या ज्वैलरी की दुकान। एक व्यापारी लक्ष्मी नारायण व्यास कहते हैं, 'अब बाजार RCB के जीतने की तरफ झुका हुआ है, लेकिन मैच के शुरू होते ही सब कुछ बदल सकता है।' लेकिन फलोदी के सट्टेबाज हमेशा सही नहीं होते। जैसे पिछली बार लोकसभा चुनाव में उन्होंने BJP के लिए 20-23 सीटें बताई थीं, लेकिन पार्टी को सिर्फ 14 सीटें मिलीं। इसलिए अभी IPL के फाइनल को लेकर जो अनुमान फलोदी में लगा रहे हैं, उसे आखिरी सच नहीं मानना चाहिए। असली जीत तो मैच खत्म होने के बाद ही पता चलेगी।


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