Avalanche: उत्तराखंड के अटलकोटी में रविवार की शाम हिमस्खलन हुआ। जिसमें एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई। जबकि पांच लापता हो गए थे। राहत-बचाव टीम ने लापता लोगों को खोज लिया है। वहीं, मृतक महिला का शव भी सोमवार को बरामद किया है।
अधिकारियों ने कहा कि रविवार शाम हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर अटलकोटी में एक ग्लेशियर का टुकड़ा टूटने के बाद छह तीर्थयात्रियों का एक समूह फंस गया था। उनमें से पांच को बचा लिया गया था, घटना के बाद से एक महिला लापता हो गई थी। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) द्वारा एक संयुक्त खोज और बचाव अभियान शुरू किया गया। बाद में उसी इलाके से महिला का शव बरामद किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, मृतका की पहचान कमलजीत कौर के रूप में हुई है।
कुल छह तीर्थयात्री हिमस्खलन में फंसे
एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने कहा कि इस हिमस्खलन में कुल 6 सिख तीर्थयात्री फंस गए थे। आईटीबीपी और एसडीआरएफ ने पांच तीर्थयात्रियों को सफलतापूर्वक बचाया था। आज सुबह खोज के दौरान टीम को एक महिला तीर्थयात्री कमलजीत कौर का शव बर्फ में मिला। महिला के शव को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया है।
दो दिन के रोक के बाद 28 शुरू हुई थी यात्रा
इससे पहले 26 मई को उत्तराखंड में श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा मार्ग पर पड़ी बर्फ और भारी बारिश की चेतावनी के कारण दो दिनों के लिए रोक दी गई थी। दो दिनों के बाद 28 मई को यात्रा फिर से शुरू की गई थी। हेमकुंड साहिब के कपाट इसी महीने की शुरुआत में 20 मई को श्रद्धालुओं के लिए खुले थे।
अधिकारियों ने हेमकुंड साहिब में भारी हिमपात को देखते हुए 60 साल से अधिक उम्र के बच्चों और बुजुर्गों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया था। हेमकुंड साहिब का शाब्दिक अर्थ बर्फ की झील है और यह समुद्र तल से 4,633 मीटर की ऊंचाई के साथ दुनिया का सबसे ऊंचा गुरुद्वारा है।
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