Auraiya News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के औरैया (Auraiya) जिले में 10वीं कक्षा के एक छात्र की शिक्षक द्वारा पिटाई के बाद मौत हो जाने से लोगों में आक्रोश भड़क गया है। बता दें कि सोमवार रात को आक्रोशित लोगों ने पुलिस के वाहनों पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस की एक जीप में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई यह घटना एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस मामले को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नाराजगी जताई है। उन्होंने अपने आधिकारी ट्विटर हैंडल से लगातार दो द्वीट किए। पहले ट्वीट में लिखा, ‘औरैया में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत पर सरकारी उदासीनता व लापरवाही का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है। इंसाफ व उचित कार्रवाई के अभाव में लोग काफी आक्रोशित हैं। सरकार ऐसे संगीन मामलों को रफादफा करने के बजाय तुरन्त प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग।’
वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ‘साथ ही, यूपी में दलितों, गरीबों, मजलूमों व अल्पसंख्यकों आदि के साथ-साथ महिलाओं की असुरक्षा का मामला भी काफी चर्चाओं में है। महिला पुलिसकर्मियों के विरुद्ध थाना में शोषण व अन्याय की खबरें भी लगातार सुर्खियों में हैं, जो सरकार के कानून-व्यवस्था के दावे को गलत साबित करती हैं।’
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क्या है औरैया में छात्र का पूरा मामला
घटना औरैया जिले की है। यहां अछल्दा थाना क्षेत्र बसोली गांव में रहने वाले राजू का बेटा निखिल आदर्श इंटर कॉलेज में 10वीं का छात्र था। पिता ने बताया कि उसके सामाजिक विज्ञान के टीचर अश्वनी सिंह ने 7 सितंबर को एक परीक्षा में गलती करने के बाद बुरी तरह से पीटा था। निखिल ने बताया था कि टीचर ने उसे लात-घूंसों से मारा। वह कॉलेज में ही बेहोश हो गया। उसकी तबीयत बिगड़ गई।
हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी बीच 24 सितंबर को निखिल के पिता राजू ने शिक्षक के खिलाफ अछल्दा थाने में बच्चे के इलाज में सहयोग नहीं करने और जातिसूचक अपशब्दों का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
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