Badrinath Highway: उत्तराखंड में चमोली के पास मलबा गिरने से बद्रीनाथ हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। चमोली पुलिस ने एक बयान में कहा कि कोतवाली चमोली क्षेत्र के बाजपुर में पहाड़ी से मलबा आने के कारण बद्रीनाथ हाईवे को बंद कर दिया गया है। हालांकि रविवार सुबह करीब 9 बजे जानकारी दी गई कि बाजपुर चाड़ा के पास बंद बद्रीनाथ हाईवे यातायात के लिए खुल गया है।
वहीं, केदारनाथ और बद्रीनाथ में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश से हुई परेशानी के चलते देर रात चार धाम यात्रियों को श्रीनगर में भी पुलिस रोक रही है। यात्रियों से आस-पास के शहरों में रहने की अपील करने की घोषणा की जा रही है।
श्रीनगर गढ़वाल में पुलिस ने एनआईटी उत्तराखंड के पास और बद्रीनाथ बस स्टैंड के पास चेकिंग पॉइंट बनाए हैं जहां चार धाम यात्रियों को रोका जा रहा है और जिनके पास रात भर ठहरने के लिए ऑनलाइन बुकिंग है उन्हें रुद्रप्रयाग की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन जिन यात्रियों ने पास बुक नहीं कराया है, उनसे श्रीनगर में ही रहने की अपील की जा रही है।
श्रीनगर के एसएचओ रवि सैनी ने कहा कि श्रीनगर में ठहरने के पुख्ता इंतजाम हैं, यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों से मौसम साफ होने पर अपनी यात्रा जारी रखने की अपील की जा रही है।
बता दें कि इससे पहले शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को श्रद्धालुओं को सलाह दी थी कि वे कोविड-19 सहित सभी मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद ही तीर्थ यात्रा की योजना बनाएं।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न भाषाओं में एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) रखी गई है और इस वर्ष तीर्थ यात्रा करने वालों को उसी का पालन करने की आवश्यकता है।
27 अप्रैल को भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद देश के चार सबसे पवित्र स्थलों गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा शुरू हो गई। यात्रा शुरू होने के साथ ही राज्य पुलिस ने भी तीर्थयात्रियों को सभी प्रकार की सहायता देने और उन्हें पवित्र स्थलों तक पहुंचने में मदद करने के लिए कदम उठाए हैं।