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Uttarkashi Tunnel Rescue update: कौन हैं गब्बर सिंह? जिनकी PM नरेंद्र मोदी ने की जमकर तारीफ

Uttarkashi Tunnel Rescue update: श्रमिकों के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को फंसे हुए श्रमिकों में से एक गब्बर सिंह नेगी की विशेष रूप से सराहना करते देखा गया, जिन्हें सुरंग के अंदर 17 दिनों तक फंसने के बाद बचाया गया है।

Uttarkashi Tunnel Rescue update: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाए जाने के कुछ ही घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड सुरंग बचाव अभियान में बचाए गए श्रमिकों से बात की। श्रमिकों के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री को फंसे हुए श्रमिकों में से एक गब्बर सिंह नेगी की विशेष रूप से सराहना करते देखा गया, जिन्हें सुरंग के अंदर 17 दिनों तक फंसने के बाद बचाया गया है। तो आइए जानते हैं कि कौन हैं गब्बर सिंह नेगी, जिन्हें पीएम ने बचाव अभियान के 17 दिनों के दौरान उनके स्वभाव और भूमिका के लिए धन्यवाद दिया।

योग और ध्यान सिखाया

फंसे हुए श्रमिकों ने पीएम मोदी से बात करते हुए बताया कि कैसे योग और सुबह की सैर ने कठिन समय के दौरान उनके मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान यह पता चला कि वह गब्बर सिंह नेगी ही थे, जिन्होंने सुरंग के अंदर फंसने के दौरान श्रमिकों को योग और ध्यान करने के लिए सिखाया और हिम्मत दी। यह भी पढ़ें- Uttarkashi Tunnel : खाना-खेलना, नहाना… ऐसे बिताए 17 दिन, सामने आई पहली तस्वीर

कोटद्वार के रहने वाले हैं गब्बर सिंह

बता दें कि गब्बर सिंह नेगी उत्तराखंड के पौडी गढ़वाल जिले के कोटद्वार शहर के रहने वाले हैं। वह सुरंग में फोरमैन के पद पर काम कर रहे हैं। श्रमिकों के साथ बातचीत के दौरान जब पीएम मोदी को बताया गया कि गब्बर सिंह नेगी बोलने वाले अगले श्रमिक होंगे, तो पीएम ने उन्हें 'नमस्ते' के साथ स्वागत किया और कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से सुना है कि गब्बर सिंह सुरंग के अंदर योग और ध्यान कर कैसे मदद कर रहे थे। गौरतलब है कि ऐतिहासिक और सफल बचाव अभियान में 28 नवंबर (मंगलवार) को उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को 17 दिनों तक फंसे रहने के बाद बाहर निकाला गया, जिससे पूरा देश झूम उठा। वहीं, एहतियात के तौर पर श्रमिकों को अभी चिकित्सा निगरानी में रखा गया है। वे जल्द ही अपने परिवारों के पास लौट आएंगे।  


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