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Valley of Flowers: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए खुली, पहली बार में रवाना हुए 39 पर्यटक

Valley of Flowers: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी आज यानी गुरुवार से पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। इस राष्ट्रीय उद्यान के लिए आज 39 पर्यटकों को रवाना किया गया है। बताया गया है कि फूलों की इस घाटी को अंग्रेजों ने खोजा था। यह घाटी साल में कुछ दिनों के लिए […]

Valley of Flowers: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी आज यानी गुरुवार से पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। इस राष्ट्रीय उद्यान के लिए आज 39 पर्यटकों को रवाना किया गया है। बताया गया है कि फूलों की इस घाटी को अंग्रेजों ने खोजा था। यह घाटी साल में कुछ दिनों के लिए ही खोली जाती है। जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड के चमोली जिले में फूलों की घाटी यानी राष्ट्रीय उद्यान स्थित है। यहां जाने के लिए जोशीमठ से करीब 16 किमी दूर ऋषिकेष बद्रीनाथ हाईवे पर स्थित गोविंदघाट से रास्ता जाता है।

ब्रिटिश पर्वतारोही ने की इसकी खोज

फूलों की घाटी के बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं। पौराणिक कथाओं की मानें तो रामायण काल में संजीवनी बूटी की खोज में हनुमान जी यहां आए थे। इसलिए कहा जाता है कि यहां बेहद दुर्लभ पौधे और जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं। इसके अलावा माना जाता है कि फूलों की इस घाटी की खोज ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक एस स्मिथ ने की थी। वर्ष 1931 में स्मिथ कामेट पर्वत के अभियान से लौट रहे थे। तभी वे इस फूलों की घाटी में पहुंचे थे।

500 दुर्लभ प्रजातियों की वनस्पतियां हैं यहां

फूलों की इस घाटी की खूबसूरती से प्रभावित होकर स्मिथ वर्ष 1937 में फिर से इस फूलों की घाटी और आए। इसके बाद 1938 में उन्होंने इसे वैली ऑफ फ्लॉवर्स का नाम दिया। उन्होंने फूलों की घाटी पर अपनी एक पुस्तक भी प्रकाशित कराई थी। वैज्ञानिकों का दावा है कि यहां दुनिया की बेहद दुर्लभ 500 प्रकार की वनस्पतियां पाई जाती हैं। ये घाटी कुल 87.50 वर्ग किमी में फैली है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की खबरों के लिए यहां क्लिक करेंः-


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