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केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले 7 लोगों के नाम आए सामने, CM धामी ने हादसे पर जताया शोक

Kedarnath Helicopter Crash: उत्तराखंड में पिछले 2 महीने में 2 हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं और 13 लोग जान गंवा चुके हैं। एक हादसा 8 मई को उत्तरकाशी में हुआ था, जिसमें 6 लोगों की जान गई थी। दूसरा आदसा आज केदारनाथ में हुआ, जिसमें 7 लोगों की जान चली गई। इस बीच एक हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।

CM Pushkar Singh Dhami
Kedarnath Helicopter Crash Latest Update: उत्तराखंड के केदारनाथ में आज सुबह हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वालों की पहचान हो गई है। हादसे में 7 लोगों की मौत हुई है और मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। BKTC के कर्मचारी की भी हादसे में जान गई है। मृतकों की सूची में 2 महिलाओं के नाम भी हैं। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ के दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को लेकर गौरीकुंड के लिए उड़ान भरी थी। वहीं जिस जगह हादसा हुआ है, वह रिमोट एरिया है। बताया जा रहा है कि आज सुबह लगभग 5:17 बजे आर्यन कंपनी के हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ हेलीपैड से गुप्तकाशी हेलीपैड के लिए टेकऑफ किया, लेकिन रास्ते में मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर हार्ड लैंडिंग करते समय क्रैश हो गया। हादसे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने शोक जताया और हादसे की जांच करने के आदेश दिए। उन्होंने मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद करने और मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया। पुलिस ने हादसे का केस दर्ज कर लिया है।  

हादसे में इन लोगों ने जान गंवाई

1. राजवीर सिंह चौहान निवासी जयपुर, पायलट 2. विक्रम रावत BKTC निवासी रासी ऊखीमठ 3. विनोद देवी निवासी उत्तर प्रदेश, उम्र 66 वर्ष 4. तृष्टि सिंह निवासी उत्तर प्रदेश, उम्र 19 वर्ष 5. राजकुमार सुरेश जायसवाल, निवासी गुजरात, उम्र 41 वर्ष 6. श्रद्धा राजकुमार जायसवाल, निवासी महाराष्ट्र 7. काशी बालिका, निवासी महाराष्ट्र, उम्र 3 वर्ष यह भी पढ़ें: ‘प्लेन क्रैश होते देख दहल गया दिल’, अहमदाबाद में विमान हादसे के पीड़ितों से मिलीं AAP नेता आतिशी

मुख्यमंत्री ने की थी हेलीकॉप्टर कंपनियों के साथ मीटिंग

बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने 7 दिन पहले अलग-अलग हेलीकॉप्टर कंपनियों के साथ बैठक भी की थी और निर्देश दिया था कि कंपनियां ध्यान रखें, भविष्य में हादसा न हो। कंपनियों को हेलीकॉप्टर्स की खामियों को दूर करने को भी कहा था। धामी सरकार के पास जो हेलीकॉप्टर है, उसमें 2 इंजन हैं, जबकि कुछ कंपनियों के पास एक इंजन के हेलीकॉप्टर हैं, जो हादसे का सबब बनते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि वहां ऐसे मौसम में, जो कभी भी मौसम खराब हो सकता है, जब यात्री बड़ी संख्या में सफर करने के लिए हेलीकॉप्टर का सहारा लेते हैं तो एविएशन कंपनियां हेलीकॉप्टर में बदलाव क्यों नहीं करती?


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