Uttarakhand News: उत्तराखंड के केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम समिति के सदस्यों ने विभिन्न स्थानों पर लगाए गए दान बोर्ड की शिकायत दर्ज कराई है। इन बोर्डों पर क्यूआर कोड दिया गया था, जिसके माध्यम से पैसे दान करने के लिए कहा गया था। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि समिति की ओर से कोई भी बोर्ड नहीं लगाया गया है।
समिति के सदस्यों ने हटाए बोर्ड
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि क्यूआर कोड के माध्यम से दान वाले विभिन्न बोर्ड समिति की ओर से नहीं लगाए गए हैं। ये बोर्ड दोनों धामों में कपाट खुलने के दिन लगाए गए थे। जानकारी होने पर बीकेटीसी सदस्यों ने बोर्ड हटा दिए गए। इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई है।
27 अप्रैल को खोले गए बद्रीनाथ दाम के कपाट
जानकारी के मुताबिक बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को वैदिक मंत्रोच्चारण, भजन और आर्मी बैंड की धुनों के बीच तीर्थयात्रियों के लिए खोले गए थे। रविवार को मंदिर समिति के अध्यक्ष ने इस संबंध में एक वीडियो बयान भी जारी किया था। बता दें कि बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर है। यहां हर साल लाखों की संख्या में लोग आते हैं।
बद्रीनाथ हाईवे पर गिरा मलबा
इसके अलावा चारधाम यात्रा पर मौसम और प्रकृति के प्रकोप की मार पड़ रही है। रविवार को चमोली के बाजपुर क्षेत्र में एक पहाड़ी से मलबा आने के बाद बदरीनाथ हाईवे को बंद किया गया था। चमोली पुलिस ने एक ट्वीट में कहा कि कोतवाली चमोली क्षेत्र के बाजपुर में पहाड़ी से मलबा आने के कारण बद्रीनाथ राजमार्ग बंद कर दिया गया है।
बर्फबारी और बारिश से यात्री परेशान
इससे पहले शनिवार देर रात केदारनाथ और बदरीनाथ में बर्फबारी हुई। वहीं दोनों धामों के निचले इलाकों में बारिश हुई। इस कारण पुलिस ने श्रीनगर में ही चार धाम यात्रियों को रोक दिया। इसके साथ ही यात्रियों से आस-पास के शहरों में रहने की अपील करने की भी घोषणा की जा रही है।
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