Rapid Rail: जल्द ही भारत की पहली रैपिड रेल (Rapid Rail) अपने ट्रैक पर फर्राटा भरने वाली है। गुरुवार को इसके 17 किमी के ट्रैक पर पहला ट्रायल हुआ। इस दौरान रैपिड रेल करीब 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ी। बताया गया है कि रैपिड रेल के जरिए लोग सिर्फ 50 मिनट में दिल्ली से मेरठ (Delhi to Meerut) के बीच सफर कर सकेंगे। दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी 82 किलोमीटर है।
रैपिड रेल की टॉप स्पीड 180 किमी प्रतिघंटा
जानकारी के मुताबिक इस परियोजना के पहले चरण में रैपिड रेल गाजियाबाद के साहिबाबाद से मेरठ के दुहई तक चलेगी। यह 17 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर होगा। अधिकारियों ने 2023 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा है। रैपिड रेल की टॉप स्पीड 180 किमी प्रति घंटा बताई गई है, लेकिन ट्रैक पर निर्माण कार्य होने के कारण अभी इसका 160 किमी प्रति घंटा की स्पीड से ट्रायल हुआ है।
पूरी परियोजना पर इतने हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि इसके लिए 30,274 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। वहीं परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि रैपिड रेल स्टेशनों का नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट से सीधे तौर पर जोड़ा जाएगा। सरकार ने इसके लिए 17 रूटों पर 114 बसें चलाने की योजना बनाई है। गाजियाबाद में सात रैपिड रेलवे स्टेशन होंगे।
पूरे इलाके में विकास को लगेंगे पंख
इन जमीनों का इस्तेमाल मॉल और रिहायशी इमारतों के निर्माण में किया जाएगा। आईआईटी रुड़की की एक टीम अध्ययन कर रही है कि यह परियोजना गाजियाबाद और मेरठ के विकास को कैसे पंख लगा सकती है। गाजियाबाद-मेरठ-दिल्ली रैपिड रेल परियोजना तीनों शहरों के बीच यातायात के क्षेत्र में मील का पत्थर का साबित होगी।