Uttar Pradesh News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ के लोकभवन में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित 543 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटे। इस दौरान सीएम योगी ने शिक्षकों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि आपसे अपेक्षा करते हैं कि आप अपनी योग्यता, समर्पण और नवाचार से न केवल बच्चों का मार्गदर्शन करेंगे, बल्कि उनके लिए प्रेरणा का जरिया भी बनेंगे। सीएम ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि 'सरकारी सेवा में आने से पहले तो लोगों के आदर्श काफी ऊंचे रहते हैं, लेकिन सेवा में आने के बाद उनका समर्पण पहले जैसा नहीं रहता है। जानिए सीएम ने और क्या कहा।
543 शिक्षकों को बांटे गए नियुक्ति पत्र
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 543 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटे। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 'पीएम के मिशन रोजगार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमारी राज्य सरकार ने निष्पक्ष और पारदर्शी चयन प्रक्रिया रखी। इसके तहत अब तक 8 लाख नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं।' उन्होंने आगे कहा कि 'इससे पहले भी राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद में 1 लाख 23 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती करके प्रदेश के युवाओं को मौका दिया था। चूंकि आप निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुने गए हैं, इसलिए सरकार भी यह अपेक्षा करती है कि आप राज्य में माध्यमिक शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए इसी तरह का योगदान देंगे।'
2017 से पहले की शिक्षा व्यवस्था पर कटाक्ष
मुख्यमंत्री योगी ने 2017 से पहले जिस तरह की शिक्षा व्यवस्था थी, उस पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि उस समय बोर्ड नकल के लिए बदनाम था। उस दौरान परीक्षाएं ठेके पर कराई जाती थीं।' सीएम ने आगे कहा कि '56 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा सिर्फ 14 दिनों में ही पूरी करा देते थे, साथ ही 15 दिन में ही रिजल्ट भी आ जाते थे। सीएम ने ऑपरेशन कायाकल्प और प्रोजेक्ट अलंकार जैसी योजनाओं के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं की वजह से काफी सुधार हुआ है।
ये भी पढ़ें: संत प्रेमानंद पदयात्रा के दौरान मथुरा में हादसे से बचे, देखें घटना का पूरा वीडियो