(मनोज पाण्डेय, लखनऊ)UP Lok Sabha Election Result Review: उत्तर प्रदेश में भाजपा को उम्मीद थी कि 70 सीटें उसकी झोली में आएंगी। लेकिन चुनाव परिणामों में न केवल उम्मीदों को झटका लगा, बल्कि पार्टी कई सीटें बड़े अंतर से हार गई। वे सीटें, जिनके ऊपर जीत का पूरा भरोसा था, वहां लोगों ने विपक्ष को जमकर समर्थन दिया। इंडिया ब्लॉक को उम्मीदों से बढ़कर नतीजे मिले। ऐसे में लोकसभा चुनाव की पुनरावृत्ति विधानसभा में न हो जाए, इसको लेकर योगी आदित्यनाथ अभी से सक्रिय हो गए हैं।
तबादला नीति नई, नियम पुराने रहेंगे
योगी आदित्यनाथ लगातार विभागीय समीक्षा व बैठकें कर रहे हैं। चुनाव परिणाम आए एक सप्ताह भी नहीं बीता है। लेकिन योगी जनता से जुड़े हुए कार्यों को लेकर सक्रिय हो गए हैं। प्रदेश सरकार ने अब जनता से जुड़े तीन बड़े फैसले लिए हैं। पहला फैसला नई तबादला नीति है। दूसरा विभागों में पड़े खाली पदों की सूची मांगी गई है। तीसरा फैसला सभी विभाग के मंत्रियों को दिए गए निर्देश हैं। निर्देशों में कहा गया है कि जनसुनवाई में लापरवाही न बरती जाए। योगी सरकार ने नई तबादला नीति को मंजूरी देने के बाद अब माना जा रहा है कि राज्य के कर्मचारियों में जो आक्रोश था, उसे इस नई तबादला नीति के जरिए दूर किया जाएगा। हालांकि इस नई तबादला नीति में नियमों में बदलाव नहीं किए गए हैं।
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दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों के साथ पहली बैठक में निर्देश दिए हैं कि कोई भी मंत्री जनसुनवाई में लापरवाही नहीं बरते। अधिकारियों को घर बुलाने के बजाय ऑफिस में बैठकर जनहित के सभी कार्य पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की है। बैठक में सभी अधिकारी अपने विभाग का लेखा-जोखा लेकर पहुंचे थे। बैठक में अपर मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव गृह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जितने विभागों में खाली पद हैं, उन पर नियुक्ति को लेकर जल्द से जल्द संबंधित आयोग के पास पत्र भेजा जाए। इसके बाद योग्यता के आधार पर परीक्षा लेने के बाद दावेदारों को नियुक्ति दी जाए।