UP News: गाजियाबाद रेलवे स्टेशन (Ghaziabad Railway Station) के पुनर्विकास (Redevelopment) का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने इस काम के तहत स्टेशन की कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं। बता दें कि गाजियाबाद स्टेशन दिल्ली-हावड़ा रूट पर एक महत्वपूर्ण स्टेशन हैं। हापुड़, मुरादाबाद, मेरठ और सहारनपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों की यहीं से आवाजाही होती है।
रेल मंत्रालय ने ट्विटर पर दी जानकारी
रेल मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल @RailMinIndia पर स्टेशन के पुनर्विकास योजना के तहत प्रस्तावित डिजाइन की कुछ तस्वीरें साझा की हैं। साथ ही लिखा है कि उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास करने के लिए प्रस्तावित डिजाइन। सूत्रों के अनुसार पुनर्विकास योजना में अन्य सुविधाओं के अलावा विशाल रूफ टॉप प्लाजा, फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के लिए खेल का स्थान और स्थानीय उत्पादों के लिए स्थान की व्यवस्था की गई है।
गाजियाबाद सांसद ने दिया ये बयान
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने बताया कि निविदा प्रक्रिया के साथ पुनर्विकास योजना जल्द ही शुरू होने की संभावना है। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास यात्रियों के लिए बेहतरीन सुविधाओं को शामिल करते हुए स्टेशन को एक आधुनिक रूप देगा। उन्होंने कहा कि योजना के शुरुआती चरणों में पुराने भवनों के अंदरूनी हिस्से को एक संग्रहालय में बदलने की योजना है। हालांकि इसे नई योजना के तहत शामिल नहीं किया जा सकता है।
रेल, मेट्रो और बस परिवहन को जोड़ेंगे
सूत्रों के मुताबिक पुनर्विकास योजना मेट्रो और बसों जैसे परिवहन के अलग-अलग साधनों को एक जुट करेगा। रेलवे स्टेशन के साथ गाजियाबाद शहर (विजय नगर और शहर की ओर) के दोनों किनारों को भी जोड़ेगा। बता दें कि मंत्रालय ने 3 नवंबर को एक आधिकारिक बयान में देशभर में 40 रेलवे स्टेशनों की पुनर्विकास योजना के बारे में बताया था।
इसके बाद सर्वेक्षण और निर्माण जैसे विभिन्न कार्य प्रगति पर हैं। मंत्रालय ने गाजियाबाद समेत 14 स्टेशनों के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि जहां काम निविदा चरण के तहत हो रहा है, वहां अगले 4 से 5 महीनों में काम आवंटित होने की संभावना है।
योजना पर खर्च होंगे 400 करोड़
जानकारी के मुताबिक पुनर्विकास कार्य पर लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। टेंडर दिए जाने के बाद 30 महीनों में इसे काम को पूरा किया जाना है। रेलवे प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गाजियाबाद स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 280 ट्रेनों (दोनों तरफ) की आवाजाही होती है। करीब 60,000 यात्री दैनिक आवाजाही करते हैं।