UP Police registered FIR against SP leader pooja shukla: समाजवादी पार्टी की सबसे युवा नेता के रूप देखी जाने वाली पूजा शुक्ला एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं। दरअसल, पूजा शुक्ला का नाम लखनऊ विश्वविद्यालय की राजनीति से प्रदेश की राजनीति में एंट्री करने के बाद उनका नाम पहली बार यूपी की राजनीतिक सुर्खियों में तब आया था, जब उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार सपा से विधायकी का टिकट पाकर उप विजेता बनीं। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को घेरने वाली पूजा शुक्ला के खिलाफ शुक्रवार देर शाम लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि पूजा शुक्ला ने लखनऊ में बीते 5 दिनों से डायल 112 की महिला कर्मचारियों की ओर से हो रहे धरने से जुड़ी तस्वीरों का पोस्टर मुख्यमंत्री आवास के सामने लगाया था। हालांकि, इसे लेकर जब पूजा शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरकार और यूपी पुलिस को जो करना है करे, मेरे हौंसले नहीं टूटेंगे।
डायल 112 की कर्मचारियों के प्रदर्शन को सीएम तक पहुंचाना था मकसद :पूजा शुक्ला
लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में दर्ज हुई FIR पर सपा नेता पूजा शुक्ला का कहना है कि सीएम आवास के बाहर पोस्टर लगाने का मेरा मकसद सिर्फ इतना था कि वेतन की मांग को लेकर चल रहे डायल 112 की महिला कर्मचारियों के प्रदर्शन की बात मुख्यमंत्री तक पहुंच सके। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों पर हमला बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार एक तरफ नारी वंदन के कार्यक्रम की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ उसी भाजपा सरकार के राज में राजधानी लखनऊ के भीतर महिलाओं को बेरहमी से मारा-पीटा गया और उनकी वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर उन्हें ईको गार्डन में लाकर कैद कर दिया गया।
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जानिए! क्या था पोस्टर में ...
दरअसल, उत्तर प्रदेश पुलिस की यूनिट डायल 112 की महिला कर्मचारियों की ओर से बीते 5 दिन पहले वेतन बढ़ाने को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गया। मामले में बीते दिनों पुलिस विभाग के अफसरों और उन महिला कर्मचारियों से प्रदर्शन के बीच झड़प के कई मामले सामने आए और साथ ही इससे जुड़ी विडियोज भी सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। प्रदर्शन के बीच हुई पुलिस और महिला कर्मचारियों के बीच झड़प से जुड़ी तस्वीरों का एक पोस्टर 1 दिन पहले सपा नेता पूजा शुक्ला ने सीएम आवास के बाहर लगा दिया, जिसमें दिख रहीं 4 तस्वीरों में डायल 112 की महिला कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों के बीज झड़प दिखाई दे रही है। इस पोस्टर के लगते ही प्रदेश की सियासत में एक नया मुद्दा निकलकर सामने आ गया और देखते ही देखते यूपी सरकार के खिलाफ एक बार फिर से पोस्टर वॉर का आगाज हो गया।
'न मेरे हौंसले टूटेंगे और न इन बेटियों के...'
सपा नेता पूजा शुक्ला ने कहा कि मैंने सिर्फ इस मामले पर सीएम योगी संज्ञान लें, इस लिए पोस्टर लगाया था लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस ने मेरे खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया। पूजा शुक्ला ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए कहा कि ये संघर्ष की लड़ाई है, इन बेटियों की लड़ाई है। यूपी सरकार और पुलिस मुझपर जितने मुकदमे लिखना चाहे या जितना भी प्रताड़ित करना चाहें कर लें। इसके आगे उन्होंने कहा कि मैं न अपने हौंसले टूटने दूंगी और न ही इन बेटियों के हौंसले टूटने दूंगी।