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कुंदरकी में BJP की जीत SP को भी कर रही हैरान, जानें कैसे रामवीर सिंह ने मुस्लिम बहुल सीट पर दर्ज की जीत?

How BJP Ramveer Thakur Win Kudarki Seat: बीजेपी ने मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर जीत दर्ज कर राजनीतिक विश्लेषकों को भी हैरान कर दिया। ऐसे में आइये जानते हैं कैसे मुरादाबाद में वर्षों से मेहनत कर रहे रामवीर ठाकुर ने जीत दर्ज की।

How BJP Ramveer Thakur Win Kudarki Seat
UP By Poll Result 2024: यूपी उपचुनाव में बीजेपी ने कुंदरकी सीट पर रामपुर फॉर्मूले के तहत जीत दर्ज की। पार्टी ने बंटेंगे तो कटेंगे और एक हैं तो सेफ हैं के नारे के दम पर यूपी की 9 में से 7 सीटों पर जीत दर्ज की। चुनाव आयोग के अनुसार बीजेपी के रामवीर ठाकुर ने कुंदरकी में मुस्लिम समुदाय के 11 प्रतिनिधियों को पराजित किया। उनका मुकाबला सपा उम्मीदवार हाजी रिजवान से था। हाजी रिजवान पार्टी के मौजूदा सांसद भी हैं। जानकारी के अनुसा बता दें कि हाजी को रामवीर ठाकुर ने 1 लाख वोटों के भारी अंतर से पराजित किया। यह जीत एक ऐसे विधानसभा सीट पर हुई है, जहां मुस्लिमों की आबादी 65 फीसदी है। कुंदरकी में बीजेपी की जीत से सियासी गलियारों में लोग भी काफी अचंभित है।

कुंदरकी में 65 प्रतिशत मुसलमान

बीजेपी की जीत पर अखिलेश यादव ने ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। वहीं भाजपा ने दावा किया कि मुस्लिम मतदाताओं तक रामवीर सिंह की पहुंच ने उनकी जीत में शानदार भूमिका निभाई। धार्मिक ध्रुवीकरण की पहचान बन चुकी कुंदरकी सीट पर मुस्लिम समुदाय तुर्क और शेख के बीच बंट गया है।

मुरादाबाद में ठाकुर की जमीनी पकड़

बता दें कि मुरादाबाद में बीजेपी के दो नेता सर्वेश सिंह और रामवीर सिंह ठाकुर जितना करीब हिंदुओं रहे उतने ही करीब मुस्लिमों के भी रहे। पिछले करीब दो दशक से बीजेपी की इस क्षेत्र में पकड़ इसलिए भी मजबूत मानी जाती है कि उसे मुस्लिम मतदाताओं का साथ मिल रहा है। रामवीर सिंह 2017 और 2022 का चुनाव यहां से हार गए थे। इसके बाद पार्टी ने उनको एक बार फिर मौका दिया। सर्वेश सिंह की मृत्यु के बाद रामवीर सिंह इस क्षेत्र में एक अकेले ऐसे नेता बचे हैं जो अपना जमीनी अस्तित्व रखते हैं। ये भी पढ़ेंः संभल में जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम पर पथराव, हालात तनावपूर्ण, भीड़ ने गाड़ियां फूंकी

मुस्लिमों से रहा जुड़ाव

चुनाव प्रचार के दौरान उनका वीडियो भी वायरल हुआ था जब उनको मुस्लिमों ने एक बैठक के दौरान मंच पर नमाजी टोपी पहनाई थी। सूत्रों की मानें तो मुस्लिमों में इस बात को लेकर एकरूपता थी कि रामवीर को मौका देकर अगले ढाई साल तक उनको खुद को साबित करने का मौका दिया जाए। ये भी पढ़ेंः यूपी उपचुनाव में जीत पर CM योगी का आया पहला बयान, जानें क्या कहा?


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