Umesh Pal Murder Case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में घायल हुए दूसरे सिपाही राघवेंद्र (Raghavendra) की भी मौत हो गई है। लखनऊ पीजीआई के निदेशक ने बुधवार देर शाम इसकी पुष्टि की थी। वहीं गुरुवार यानी आज लखनऊ स्थित पुलिस लाइन में उनके पार्थिव शरीर को लाया गया। यहां अंतिम सलामी दी गई।
बुधवार देर शाम हुआ देहांत
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड के दौरान दूसरे गनर सिपाही राघवेंद्र गंभीर रूप से घायल हुए थे। उन्हें लखनऊ के पीजीआई में भर्ती कराया गया था। पीजीआई के निदेशक आरके धीमान ने बताया कि डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में लगी थी, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण बुधवार शाम को उनका देहांत हो गया।
लखनऊ पुलिस लाइन में रखा गया पार्थिव शरीर
इसके बाद लखनऊ स्थित पुलिस लाइन में सिपाही राघवेंद्र का पार्थिव शरीर लाया गया। यहां पुलिस अधिकारियों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान काफी संख्या में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड हुआ था। इस दौरान उनके दो गनर गंभीर रूप से घायल हुए थे।
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आश्रित कोटे से मिली थी नौकरी
बताया गया है कि पहले गनर संदीप की उसी दिन मौत हो गई थी। जबकि राघवेंद्र को लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया गया था। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि राघवेंद्र यूपी के रायबरेली के रहने वाले थे। उनके पिता रामसुमेर सिंह भी प्रदेश पुलिस में सिपाही थे। उनकी ड्यूटी पर मौत हो जाने के कारण आश्रित कोटे से राघवेंद्र पुलिस में भर्ती हुए थे।
पांच मई को राघवेंद्र की होने वाली थी शादी
परिवार वालों ने बताया कि राघवेंद्र की दो माह बाद 5 मई को शादी होनी थी। परिवार में मां अरुणा, बहन अर्चना और भाई ज्ञानेंद्र हैं। इस समय परिवार के सभी लोग लखनऊ में हैं। बताया गया है कि हमले के दौरान बम फटने से सिपाही राघवेंद्र के दाहिने कंधे का निचला हिस्सा उड़ गया था। इसके अलावा उनके शरीर में अन्य गंभीर चोटें भी आई थीं।
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