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कौन थे सपा विधायक सुधाकर सिंह? जिनके निधन पर अखिलेश ने किया ट्वीट, अंतिम संस्कार में उमड़ा  जनसैलाब

Sudhakar Singh Death: माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी के दावतेलीमां में नोएडा से शामिल होकर लौटे समाजवादी पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह का निधन हो गया है. लखनऊ के अस्पताल में आज सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली. सीने में दर्द की शिकायत के चलते उन्हें अस्पताल में दाखिल करवाया गया था. सुधाकर सिंह की उम्र 67 साल थी और वह सपा के कद्दावर नेताओं में से एक थे.

Sudhakar Singh Death: उत्तरप्रदेश के घोसी विधानसभा से तीन बार के सपा विधायक सुधाकर सिंह का आज सुबह लखनऊ के अस्पताल में निधन हो गया. दो दिन पहले ही सुधाकर सिंह माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी के दावतेलीमां में नोएडा से शामिल होकर लौटे थे. तभी से उनकी तबीयत खराब रहने लगी थी. सीने में दर्द की शिकायत के चलते सुधाकर सिंह को अस्पताल में दाखिल करवाया गया था. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने एक्स पर शेयर की पोस्ट में अस्पताल की तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें वह भावुक नजर आ रहे हैं. सुधाकर सिंह के पार्थिव शरीर के पास उनके रिश्तेदार खड़े हैं. सुधाकर सिंह की उम्र 67 साल थी और वह समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक थे. सुधाकर सिंह के अंतिम संस्कार में भारी जनसैलाब उमड़ा.

कौन थे सपा विधायक सुधाकर सिंह?

सुधाकर सिंह की स्थानीय स्तर पर पहचान एक जमीनी नेता के तौर पर थी जो कि स्थानीय स्तर पर ग्राम सभा से विधानसभा तक जनता के लिए लड़ने का पहचान रखते थे. विधायक सुधाकर सिंह इससे पहले भी दो बार विधायक रह चुके हैं. उन्होंने साल 1996 में नत्थूपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी और उसी के साथ ही वह विधायक बने थे. इसके बाद साल 2012 में नत्थूपुर मधुबन कर दिया गया. इस बदलाव के साथ ही यहां फिर चुनाव हुआ और इसमें भी सुधाकर सिंह ही विजयी रहे.

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दो बार चुनाव हारे, आखिर में भाजपा के दिग्गज को हराया

साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में घोसी सीट से सपा ने एक बार फिर से सुधाकर सिंह को टिकट दिया था, लेकिन मोदी लहर में उन्हें बीजेपी के फागू चौहान से हार का सामना करना पड़ा था. वही जुलाई, 2019 में फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल बनाया गया तो घोसी विधानसभा सीट खाली हो गई और यहां उपचुनाव हुए. इस बार बीजेपी ने विजय राजभर को उतारा और सपा ने सुधाकर सिंह को ही उतारा था, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते उन्हें सपा से टिकट नहीं मिल पाया था. इसके बाद सुधाकर सिंह ने निर्दलीय ताल ठोंकी और उन्हें सपा का समर्थन मिला. हालांकि इन चुनावों में सुधाकर सिंह को मामूली वोटों के अंतर हार का सामना करना पड़ा था. साल 2023 में घोसी में उपचुनाव का ऐलान हुआ और समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर से सुधाकर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा. घोसी में राजनीतिक पकड़ रखने वाले सुधाकर को जनता का समर्थन भी मिला. दारा सिंह चौहान को हराकर उन्होंने बीजेपी को बड़ा झटका दिया था.

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