UP News: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के साथ हंगामा भी शुरू हो गया है। सोमवार को सदन के पहले दिन विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए जमकर हंगामा किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा में मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा की मांग की। हालांकि विधानसभा स्पीकर ने मुद्दा दूसरे राज्य का होने की वजह पर मांग को खारिज कर दिया, लेकिन अब सपा से एनडीए में शामिल हुए ओपी राजभर ने सपा प्रमुख को करारा जवाब दिया है।
अखिलेश यादव ने सदन में की थी ये मांग
सोमवार को यूपी विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन था। इस दौरान समाजवादी पार्टी के प्रमुख और नेपा विपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा की मांग की। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का बड़ा राज्य है। इसलिए सदन में चर्चा होनी चाहिए। विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने मुद्दा यूपी का नहीं होने पर इस मांग को खारिज कर दिया।
'सीएम योगी तो राष्ट्रीय नेता हैं'
इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी एक राष्ट्रीय नेता हैं। चुनाव के दौरान दूसरे राज्यों में वोट मांगने के लिए जाते हैं, ऐसे में उन्हें चर्चा करनी चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अखिलेश ने सदन में कहा कि आप राष्ट्रीय नेता बनिए, हम आपके साथ हैं। अब मंगलवार को सपा से एनडीए में शामिल हुए ओम प्रकाश राजभर ने जवाब दिया।
सपा पर साधा निशाना
एसबीएसपी के संस्थापक ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि सरकार हर बिंदु पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष सोच रहा है कि चर्चा करेंगे तो फंस जाएंगे। उन्होंने सपा पर निशाना साधा। कहा कि समाजवादी पार्टी ने अविकसितों, दलितों और मुसलमानों के साथ जो भी काम किए हैं, वे सभी उजागर होने लगेंगे, यही कारण है कि वे चर्चा से भागते हैं। उनके पास केवल लोकसभा या मणिपुर के लिए समय हैं, लेकिन राज्य के लिए नहीं है।
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राजभर बोले- इन मुद्दों पर हो चर्चा
राजभर ने कहा कि हमें इस बात पर चर्चा करने की जरूरत है कि प्रदेश में बाढ़ प्रभावित लोगों को कैसे राहत प्रदान की जाए। किसानों को पानी की आपूर्ति करके फसल उगाने में कैसे मदद की जाए। लेकिन समाजवादी पार्टी को किसानों, युवाओं और बेरोजगारों की कोई परवाह नहीं है।
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