Mahendra Singh Tikait: सभी ने कोर्ट में हाथ में तराजू लिए और आंख पर पट्टी बांधे न्याय की मृर्ति देखी होगी। दरअसल, कानून अंधा इसलिए होता है क्योंकि कोर्ट केवल सबूतों और उसके सामने पेश दस्तावेजों के आधार पर ही कोई निर्देश देता है। कुछ ऐसा ही हुआ जब किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के निधन के 13 साल बाद यूपी पुलिस उनके गांव सिसौली में उन्हें गिरफ्तार करने पहुंच गई।
एक साथ सभी आरोपियों के नाम जारी हुआ वारंट
दरअसल, मुजफ्फरनगर पुलिस शामली जनपद के कांधला रोड पर जाम लगाने के एक मामले में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट और उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची थी। यहां बता दें कि इस मामले की सुनवाई लगातार चल रही है, केस में महेंद्र सिंह टिकैत समेत अन्य कई आरोपी है। किसी ने अदालत में महेंद्र सिंह टिकैत का मृत्यु प्रमाण पत्र अभी तक जमा नहीं किया है, यही वजह है कि अन्य आरोपियों के नाम के साथ टिकैत के खिलाफ भी वारंट जारी हो गया।
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