Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है, जिसके लिए देशभर से करोड़ों लोग पहुंच रहे हैं। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर शाही स्नान किया जाएगा। जिसके लिए लोग पहले से ही प्रयागराज पहुंचने लगे हैं। सोमवार को भारी भीड़ को देखते हुए कई पुल बंद कर दिए गए, जिसकी वजह से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना कर पड़ रहा है। अगर आप भी कुंभ जाने की सोच रहे हैं तो 5 फरवरी से पहले प्लान न बनाएं। इस दौरान उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा होने वाला है।
मौनी अमावस्या पर बढ़ी भीड़
शाही स्नान के लिए लोग प्रयागराज पहुंचना शुरू हो गए हैं, लेकिन जो लोग वहां पहंचे हैं उनको बहुत सी परेशानियों का सामना कर पड़ रहा है। श्रद्धालुओं के वीडियो भी सोशल मीडिया पर देखे जा सकते हैं। कुंभ में पहुंचने के लिए हजारों की संख्या में लोग सिर पर सामान लेकर कई किलोमीटर तक पैदल चल रहे हैं।
कब तक न जाएं महाकुंभ?
महाकुंभ में आने वाले दिनों में वीआईपी विजिट है। जिसकी वजह से कई पांटून पुल और रास्ते बंद कर दिए गए। जो रास्ते खुले हैं उन पर भीड़ बहुत ज्यादा है। 29 को मौनी अमावस्या, 1 या 2 फरवरी को उपराष्ट्रपति का दौरा, 3 को बसंत पंचमी और 5 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा रहेगा। इन दिनों में श्रद्धालुओं को महाकुंभ आने से बचने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि वह बंद रास्तों और भीड़ की वजह से स्नान नहीं कर पाएंगे।
श्रद्धालुओं को दी जा रही सलाह
कुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ अनुमान से कहीं ज्यादा हो गई है। जिसकी वजह से मेला क्षेत्र में किसी भी वाहन के जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। सभी पास 3 फरवरी तक के लिए अप्रभावी कर दिए गए हैं। श्रद्धालुओं को संगम पहुंचने के लिए कम से कम 3 से 4 किलोमीटर चलना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं को शॉर्टकट रास्ते से जाने से बचने की सलाह दी गई है। जो लोग प्रयागराज पहुंच गए हैं, लेकिन संगम तक नहीं पहुंच सके हैं, उनको जिस घाट पर हैं वहीं पर स्नान करने की सलाह दी जा रही है।
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