TrendingT20 World Cup 2026Bangladesh ViolencePollution

---विज्ञापन---

कन्हैया का जन्म आज; ब्रज में पूरी हुई तैयारी, बंसीधर के स्वागत में जुटी मथुरा नगरी

Janmashtami 2023 Mathura: तीनों लोकों से न्यारी मथुरा नगरी अपने आराध्य भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के लिए सज कर तैयार है। मथुरा ही नहीं, वृंदावन, बरसाना, गोकुल समेत ब्रज का हर क्षेत्र बंसीधर का स्वागत करने के लिए तैयार है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि समेत सभी मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाया गया है। बता […]

Janmashtami 2023 Mathura: तीनों लोकों से न्यारी मथुरा नगरी अपने आराध्य भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के लिए सज कर तैयार है। मथुरा ही नहीं, वृंदावन, बरसाना, गोकुल समेत ब्रज का हर क्षेत्र बंसीधर का स्वागत करने के लिए तैयार है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि समेत सभी मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाया गया है। बता दें कि मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि में आज यानी गुरुवार को जन्माष्टमी मनाई जा रही है। कन्हैया का ये 5250वां जन्म दिवस है।

मथुरा-वृंदावन की बढ़ाई गई सुरक्षा

मथुरा में इस भव्य आयोजन को देखते हुए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। आसपास के जिलों से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती की गई है। साथ ही पीएसी और आरएएफ को भी लगाया गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जन्माष्टमी के कार्यक्रम को देखते हुए मथुरा और वृंदावन की सुरक्षा के लिए सेक्टर स्कीम लागू की गई है। इस दौरान 6 सेक्टर समेत 33 जोन बांटे गए हैं, जहां मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है।

कई किमी पहले लगे बैरिकेडिंग

उधर, भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए जन्मभूमि से करीब 7-8 किमी के दायरे में बैरिकेडिंग कर दी गई है। इस दौरान किसी भी भारी या बड़े वाहन का यहां प्रवेश बंद रहेगा। रोजवेज समेत सभी सरकारी वाहनों को भी बाहर बनाई गई पार्किंग्स में रोका जा रहा है। इसके साथ ही रोडवेज प्रशासन ने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए अतिरिक्त बसें लगाई हैं। साथ बसों के फेरे भी बढ़ाए गए हैं। यह भी पढ़ेंः कृष्ण जन्माष्टमी 6 को मनेगी या 7 सितंबर को? कंफ्यूज न हों, जान लें सही तारीख और मुहूर्त

इतने लाख लोगों की आने की उम्मीद

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा में 80 लाख से 1 करोड़ के बीच लोगों के आने की संभावना है। लिहाजा प्रशासन ने खुफिया विभाग को भी सक्रिय कर दिया है। मथुरा, वृंदावन, गोकुल, बरसाना, गोवर्धन समेत सभी प्रमुख स्थानों पर होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं पहले से ही फुल हो गई हैं। इनके अलावा भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने सड़कों के किनारे भी डेरे जमा लिए हैं। जिला प्रशासन की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधा के इंतजाम किए गए हैं।

ये भी जानें

कथाओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी में रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। कृष्ण जन्माष्टमी को मथुरा में गोकुलाष्टमी, श्रीकृष्ण जयंती, कृष्णाष्टमी भी कहा जाता है। इस दिन मथुरा-वृंदावन के हर घर में मंदिरों को सजाया जाता है। लोग अपने अराध्य के लिए सुबह से व्रत रखते हैं। आधी रात को मदनगोपाल के जन्म का उत्सव मनाते हैं और फिर अपना व्रत खोलते हैं। उत्तर प्रदेश की खबरों के लिए यहां क्लिक करेंः-


Topics:

---विज्ञापन---