Mansa Devi Mandir Stampede: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ पर प्रधानमंत्री मोदी गहरा दुख जताया है। उन्होंने अपने X हैंडल पर पोस्ट लिखकर हादसे पर शोक जताया और कहा कि उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ से हुई जान-माल की हानि से काफी दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि घायल हुए लोग शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ हों।
CM धामी ने हादसे पर जताया शोक
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भी शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने मुआवजे का ऐलान भी कर दिया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने की खबर मिली है। हादसे के बारे में सुनकर काफी दुख हुआ। SDRF, स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क में हूं और हालातों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। माता रानी से श्रद्धालुओं के सकुशल होने की कामना करता हूं।
मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार जनपद में स्थित मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर मची भगदड़ के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। उन्होंने श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दुख की घड़ी में शोकसंतप्त परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50 -50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मंदिर में आज सुबह मची भगदड़
बता दें कि हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में आज सुबह भगदड़ मची। आज रविवार छुट्टी का दिन होने कारण सुबह माता के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। बारिश होने के कारण मंदिर तक जाने के रास्ते में पानी और फिसलन भी थी। वहीं मंदिर में इतनी भीड़ नजर आई कि पैर रखने तक की जगह नहीं थी। इस दौरान अचानक करंट फैलने की अफवाह फैली और श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। करंट से बचने के लिए लोग इधर-उधर होने लगे तो भगदड़ मच गई।
भगदड़ में 6 लोगों की मौत
पुलिस ने भगदड़ में 6 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है। 35 लोग अस्पताल में उपचाराधीन हैं, बाकी सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं। घायल 35 लोग भी खतरे से बाहर हैं। पुलिस ने हादसे का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। भगदड़ मचने के कारण तलाशे जा रहे हैं। मंदिर को चारों तरफ से सील करके पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मंदिर में आसानी से आने-जाने के लिए व्यवस्था कर दी गई है। एक-एक करके भक्तों को मंदिर तक जाने दिया जा रहा है। मंदिर प्रशासन से कहा गया है कि भक्तों की सुरक्षा का ध्यान रखकर इंतजाम करें।