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15,000 करोड़ रुपये के घोटाले में सनसनीखेज खुलासा, नीरव मोदी-विजय माल्या की तरह भागे आरोपी !

GST Fraud In Noida : उत्तर प्रदेश का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले नोएडा शहर में 15,000 करोड़ रुपये के गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) फर्जीवाड़े में पुलिस की जांच जारी है। इस बीच गौतमबुद्धनगर कोर्ट ने अब 10 आरोपियों के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है। देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में […]

GST Fraud In Noida
GST Fraud In Noida : उत्तर प्रदेश का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले नोएडा शहर में 15,000 करोड़ रुपये के गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) फर्जीवाड़े में पुलिस की जांच जारी है। इस बीच गौतमबुद्धनगर कोर्ट ने अब 10 आरोपियों के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है। देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में इतने बड़े घोटाले में यह अब तक की बड़ी कार्रवाई हुई है। वहीं, पुलिस सूत्रों की मानें तो जीएसटी घोटाले के कई आरोपी नोएडा से सटे दिल्ली और हरियाणा के रहने वाले बताए जा रहे हैं। यह भी जानकारी सामने आ रही है कि इनमें से कुछ लोग विदेश भाग गए हैं तो कुछ भूमिगत हैं। कुलमिलाकर यह मामला विजय माल्या और नीरव मोदी जैसा, जिसके आरोप फिलहाल विदेश में हैं। नोएडा पुलिस की जांच में सामने आया है कि हजारों लोगों के पैन कार्ड के डेटा और जाली दस्तावेजों के आधार पर 15,000 करोड़ रुपये का जीएसटी घोटाला किया गया। जांच में यह भी खुलासा किया गया है कि गिरोह के शातिर सदस्यों ने फर्जी कंपनियां बनाकर देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया।

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कहा तो यहां तक जा रहा है कि यह घोटाला विजय माल्या के घोटाले से भी बड़ा है। विजय माल्या पर 9 हजार करोड़ रुपये का घोटाल करके ब्रिटेन भागने का आरोप है, जबकि अन्य आरोपी नीरव मोदी पर 14 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। नीरव मोदी पर बैंक घोटाले का आरोप लगा है।
वहीं, नोएडा जीएसटी घोटाले में जांच के दौरान पता चला कि शातिरों ने फर्जी कागजात की मदद से 2600 से अधिक कंपनियों की सूची बनाई फिर घोटाले को अंजाम दिया। पुलिस जांच के दौरान इन आरोपियों के पास से 12 लाख 66 हजार रुपये के अलावा, 32 मोबाइल और चार लैपटॉप मिले थे। इसके अलावा, जांच में 118 फर्जी आधार कार्ड और तीन कार समेत फर्जी जीएसटी नंबर भी मिले थे।

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इस घोटाले का मास्टरमाइंड दीपक मुरजानी जो गैंग को चलाता था। दीपक के आदेश पर उसके करीबी शातिर फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड, पैन कार्ड, रेंट एग्रीमेंट, बिजली बिल के जरिये फर्जी फर्म जीएसटी नंबर सहित तैयार कर फर्जी फर्म बनाते थे फिर इस फर्म में फर्जी पैन कार्ड लिंक होता था। आखिर में इन्हीं पैन कार्ड से जीएसटी नंबर बनाए जाते थे।
नोएडा पुलिस ने कार्रवाई की कड़ी में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का यह भी कहना है कि इस मामले में कुछ लोग अब भी भूमिगत हैं तो कई लोग विदेश भाग चुके हैं।      

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