ग्रेटर नोएडा में रविवार विभिन्न सोसायटियों के निवासियों ने मूलभूत सुविधाओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया है। रविवार को कासा वुडस्टॉक सोसायटी के निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया है। निवासियों का आरोप है कि सोसायटी में वाटर प्रूफिंग खराब होने की वजह से बेसमेंट नर्क बन चुका है।
6 महीने से कूड़ा उठाने वाले वेंडर को नहीं दिया पैसा
बिल्डर की अनदेखी से लिफ्ट सर्विस बेकार है। सोसायटी में अभी भी 3 लिफ्ट खराब पड़ी है। निवासियों का आरोप है कि 6 महीने से कूड़ा उठाने वाले वेंडर को पैसा नहीं दिया गया है। इससे सोसायटी में बीमारी फैल रही है और लोग बीमार पड़ रहे हैं। निवासियों का आरोप है कि बिल्डर से कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन आज तक उनकी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है।
सोसायटी के बाहर देर रात तक खुलती हैं दुकानें
सोसायटी के लोगों का आरोप है कि सोसायटी के बाहर कुछ दुकानें हैं। इन दुकानों पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहा है। ये दुकानें रात करीब 2 से 3 बजे तक खुली रहती हैं। निवासियों की मांग है कि जिला प्रशासन बिल्डर के साथ उनकी बैठक कराए। वहीं, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर 16c स्थित रेडिकॉन वेदांतम सोसायटी निवासियों ने मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर बिल्डर के ऑफिस पर धरना प्रदर्शन किया है।
रेडिकॉन वेदांतम सोसायटी में समस्याओं का अंबार
रेडिकॉन वेदांतम सोसायटी निवासियों का आरोप है कि लिफ्ट का ठीक से रखरखाव नहीं किया जा रहा है और यह खतरनाक स्थिति में है जिससे निवासियों के जीवन को खतरा है। सुरक्षा व्यवस्था उचित नहीं है और सिक्योरिटी कैमरे कार्य नहीं कर रहे हैं।बिल्डर ने फ्लैट बुकिंग के समय जो वादे किए थे उन्हें पूरा नहीं किया जा रहा है बिल्डर प्रबंधन द्वारा नियुक्त मैनेजर निवासियों की समस्याओं को नहीं सुनते हैं और जब भी कोई उन्हें शिकायत की जाती है तो वह पुलिस को बुलाकर झूठे आरोपों में मुकदमा दर्ज करने की धमकी देते हैं। नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि इस मामले अथॉरिटी से शिकायत की गई है।
पटेल नियोटाउन और पंचशील ग्रीन्स 2 के निवासियों ने किया प्रदर्शन
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पटेल नियोटाउन सोसायटी के 400 से अधिक निवासियों ने रविवार को बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन सोसाइटी के मुख्य गेट से शुरू होकर फ्लैग मार्च के रूप में प्रोजेक्ट ऑफिस तक गया। इसके अलावा पंचशील ग्रीन्स 2 सोसायटी के भी रविवार को बुनियादी सुविधाओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया है। निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ने बेवजह एलपीएफ (विलंब भुगतान शुल्क) और रखरखाव पर 18% ब्याज शुल्क वसूल रहा है। निवासी इसी का विरोध कर रहे हैं।