क्या है पूरा मामला?
शारदा यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली ज्योति हरियाणा के गुरुग्राम में अपने परिवार के साथ रहती थी। शारदा यूनिवर्सिटी में मृतका बीडीएस सेकंड ईयर की छात्रा थी। बीती रात हॉस्टल में उसने अपने कमरे में आत्महत्या कर ली। जिसके बाद यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। फिर इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची ने डेडबॉडी को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस ने मृतका के परिजनों को खबर दे दी थी।
परिजनों का आरोप
मृतक छात्रा की मां और भाई ने भी प्रदर्शन करते हुए बताया कि बच्ची को फेल करने का डर दिखाते थे। उन दोनों ने बताया कि उन पर लाठीचार्ज किया। छात्रों को फेल करने की धमकी दी जाती है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी में कोई सुविधाएं नहीं मिलती हैं। लाइब्रेरी में पंखे तक नहीं चलते हैं और बैक लगाने की धमकी तक दी जाती है। यही नहीं ये भी बोला जाता था कि अगर किसी को बताया तो फेल कर देंगे। इसलिए चुप रहने की धमकी दी जाती है।
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मृतका ने सुसाइड नोट में क्या लिखा था?
एडिशनल डीसीपी के मुताबिक, मृतका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि शारदा यूनिवर्सिटी में दो टीचरों के उत्पीड़न से परेशान होकर वह यह कदम उठा रही है। इसी के आधार पर 2 लोगों को पुलिस ने अरेस्ट किया है। मृतका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरी मौत के जिम्मेदार महेंद्र सर और शार्ग मैम हैं। इन्होंने मुझे मेंटली टॉर्चर किया, मेरा अपमान किया। इनकी वजह से डिप्रेशन में रही। अब और नहीं सह सकती हूं।
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