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नोएडा में कई बिल्डरों के घर और दफ्तर पर ED की छापेमारी, मचा हड़कंप

Uttar Pradesh Noida News : नोएडा में गुरुवार को ED ने कई बड़े बिल्डरों के घर और दफ्तर पर छापा मारा है। बताया जा रहा है कि ED की कई टीमों ने एक साथ इन बिल्डरों के घर और दफ्तर पर छापेमारी की है। इस दौरान टीम ने इन बिल्डरों के यहां से दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल फोन और कंप्यूटर जब्त किए हैं।

ED
Uttar Pradesh Noida News (जुनेद अख्तर) : नोएडा से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की कई टीमों ने शहर में अलग-अलग बिल्डरों के घर और दफ्तरों पर छापेमारी की है। इस दौरान ED की टीम ने बिल्डरों के यहां से कई फाइलों को जांच के लिए कब्जे में लिया है। सूत्रों से पता चला है कि कई बिल्डरों के पास से लाखों रुपये का कैश भी जब्त किया गया है। फिलहाल ईडी की छापेमारी जारी है, जो शनिवार तक चल सकती है। मोटा कैश होने की सूचना नोएडा में बिल्डरों पर ED ने बड़ा एक्शन किया है। सूत्रों के मुताबिक कुछ बड़े बिल्डरों के यहां Enforcement Directorate (ED) की छापेमारी चल रही है। इस छापेमारी में ED की कई टीमें बिल्डरों के यहां दस्तावेजों को खंगाल रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ED को इन बिल्डरों के खिलाफ घर और दफ्तरों में मोटा कैश रखने की सूचना मिली थी। इसके अलावा कई बिल्डिंग प्रोजेक्ट में निवेशकों का पैसा हड़पने की भी शिकायत मिली थी। जिसके बाद ED की कई टीमों ने गुरुवार को एकाएक इन बिल्डरों के यहां दस्तक दी और छापेमारी शुरू कर दी। बैंक खातों की भी जांच जारी Enforcement Directorate (ED) की टीमों ने छापेमारी के दौरान संबंधित दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल फोन और कंप्यूटर जब्त किए हैं। इसके अलावा, कई बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। यह कार्रवाई कई घंटों तक चली और अभी भी जांच जारी है। इससे पहले भी ED ने नोएडा में भूमि घोटाले से जुड़े मामलों में छापेमारी की थी, जिसमें करोड़ों रुपये के जेवरात और नकदी बरामद हुई थी। इन कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि ED रियल एस्टेट क्षेत्र में हो रही वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है, जिससे निवेशकों के हितों की रक्षा हो सके। स्थानीय पुलिस को नहीं जानकारी बताया जा रहा है कि ED की कार्रवाई की स्थानीय पुलिस को कोई सूचना नहीं है। बताया जा रहा है कि मामले को गोपनीय रखने के लिए ऐसा कहा जा रहा है। वहीं, छापेमारी शुरू होने के बाद अथॉरिटी के अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली है। फिलहाल इस मामले में पुलिस, प्रशासन और अथॉरिटी के अधिकारियों ने चुप्पी साधी हुई है।


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