Atiq Ashraf Murder: प्रयागराज में शनिवार रात को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मेडिकल कॉलेज के सामने गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मौके पर ही तीनों हमलावरों को दबोच लिया। इनमें से दो आरोपियों के पिता और भाई ने अब मीडिया के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
हमलावर सनी के भाई ने कहा, पहले से दर्ज हैं केस
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वालों में शामिल सनी सिंह के भाई पिंटू सिंह ने कहा है कि मेरे भाई के खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। उसने अपने जीने के लिए कभी कुछ नहीं किया। मुझे नहीं पता था कि मेरा भाई अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में शामिल है। बताया गया है कि सनी सिंह उत्तर प्रदेश के हमीरपुर का रहने वाला है।
वहीं दूसरे शूटर लवलेश तिवारी के पिता का भी बयाम सामने आया है। लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी ने एएनआई को बताया कि वह वहां कैसे पहुंचा, इसकी हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है और हमें उससे कोई मतलब नहीं था। पिता ने एएनआई को बताया कि वह एक ड्रग एडिक्ट है। हम उसके बारे में कुछ नहीं जानते। उन्होंने बताया कि करीब 5-6 दिन पहले वह घर आया था। पिता ने दावा किया है कि उसकी और बेटे की वर्षों से कोई बातचीत नहीं है।
राजू पाल और उमेश पाल की हत्या के थे आरोपी
बता दें कि उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में एक मुठभेड़ में असद और शूटर गुलाम के मारे जाने के एक दिन बाद ही माफिया अतीक और उनके भाई अशरफ शनिवार को प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय हमले में मारे गए। अतीक अहमद वर्ष 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या और इसी साल 24 फरवरी को बसपा नेता की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या में भी आरोपी था।
प्रयागराज पुलिस आयुक्त ने दिया ये बयान
वहीं पुलिस ने मौके पर ही तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। बताया गया है कि इस हमले में एक सिपाही को भी गोली लगी है। साथ ही एक समाचार एजेंसी के पत्रकार भी घायल हुए हैं।
देर रात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का भी आदेश दिया। सीएम ऑफिस से कहा गया है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना का संज्ञान लिया। उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए।
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