पूरे देश में SIR को लेकर बहस छिड़ी हुई है. वहीं, अब सपा प्रमुख अखिलेस यादव ने भी SIR को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, 2024 की हार को जीत में बदलने के लिये बिहार मॉडल पर एसआईआर और विपक्ष की जीती हुई सीटों के ज्यादा वोट कटेंगे.
अखिलेश यादव ने दावा किया कि विपक्ष की एक सीट पर SIR के जरिए 50 हजार वोट काटे गए. और बिना किसी तैयारी के SIR शुरू करवा दिया गया. BLO फॉर्म बांटे बिना ही कंप्यूटर में फर्जी आंकड़े भरे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि BLO अधिकारी किसी मतदाता के घर जा ही नहीं रहे हैं.
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बीजेपी पर चुनाव आयोग से मिलीभगत का आरोप
वहीं, शादियों के सीजन में एसआईआर शुरू कराने पर भी सपा सुप्रीमों ने भाजपा और चुनाव आयोग पर तंज कसा. सपा प्रमुख ने बीजेपी पर चुनाव आयोग से मिले होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस समय देश में सबसे ज्यादा शादियां हैं और लोग सबसे ज्यादा व्यस्त हैं, ऐसे समय में उत्तर प्रदेश में एसआईआर चल रहा है. अखलेश ने कहा कि शादी सीजन में लोगों को अपने काम होते हैं. उनको शादियों में शामिल भी होना होता है, ऐसे समय में SIR न कराया जाए.
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मैं SIR का विरोध नहीं करता हूं लेकिन...
उन्होंने कहा कि उनका एसआईआर को लेकर कोई विरोध नहीं है. वह सिर्फ यही चाहते हैं कि इस प्रक्रिया के समय को बढ़ाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भविष्य में चुनाव आयोग वोटर आईडी या आधार सरकार ऐसा बनाए जो डुप्लीकेट न हो सके. ऐसा कार्ड बने जो फर्जी न बनाया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने SIR की डेडलाइन बढ़ाए जाने की मांग की.
दुबई तेजस हादसे पर क्या बोले अखिलेश यादव?
दुबई तेजस हादसे पर सपा सुप्रीमों ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'दुबई में हुए हादसे के कारण देश की छवि धूमिल हुई है. अगर हम ज्यादा बोलेंगे इस पर तो कहेंगे राष्ट्रद्रोही है.'
वहीं, उन्होंने कन्नौज रेलवे स्टेशन निर्माण को लेकर कहा कि हमने इसके लिए रेल मंत्री को पत्र लिखा है और कहा है कि रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास बनाएं. अगर भाजपा ने नहीं बनाया तो हमारी सरकार बनने पर रेलवे और बस स्टेशन दोनों का निर्माण होगा.
BJP जनता को SIR में उलझा रही- सपा प्रमुख
अखिलेश यादव ने एसआईआर विवाद को लेकर कहा, 'इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. पुलिस करप्ट कर दी, मंडी बनाई नहीं, मंहगाई बढ़ा दी, पेट्रोल-डीजल महंगा कर दिया. सड़के बनी नहीं, किसान की आय दोगुनी नहीं की... तो जब इनके काम ही पूरे नहीं हुए तो वो अब जनता को SIR के मुद्दे में उलझा कर 3-4 महीने काटना चाहते हैं.