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तू-तड़ाक में बात नहीं कर पाएंगे पुलिसवाले, आगरा के पुलिस कमिश्नर ने जारी किए फरमान

Agra News: आगरा में अब पुलिसकर्मी तू-तड़ाक की भाषा में बात नहीं कर पाएंगे। नये साल पर आगरा पुलिस कमिश्नर ने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के लिए व्यवहार संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

Agra Police Commissioner Order
आगरा से विमल मिश्रा की रिपोर्ट। Agra Police Commissioner Order: आगरा कमिश्नरेट की पुलिस साल 2025 में नए कलेवर में दिखने वाली है। आगरा पुलिस कमिश्नर ने पुलिसकर्मियों के पब्लिक व्यवहार को लेकर एक गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन के तहत अब पुलिसकर्मी किसी पीड़ित के साथ गलत व्यवहार नहीं कर सकेंगे। अब थाने और चौकी में तैनात पुलिसकर्मी जनता से तू-तड़ाक में नहीं बल्कि 'आप' संबोधन लगाकर बात करेंगे। आगरा के पुलिस कमिश्नर रविंदर गौड के निर्देशन में आगरा कमिश्नरेट को गाइडलाइन जारी की गई है। इस मामले में डीसीपी वेस्ट सोनम कुमार ने कहा आगरा कमिश्नरेट में पिछले कुछ समय से लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि थाने और चौकी में आने वाले लोगों के साथ पुलिसकर्मी अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। जिससे न केवल आगरा पुलिस की छवि खराब हो रही थी, बल्कि पुलिस और पब्लिक के बीच विश्वास भी खत्म हो रहा था।

माॅनीटरिंग सेल करेगी निगरानी

ऐसे में पुलिस और पब्लिक के बीच विश्वास कायम रखने और मानवीय संवेदनाओं के साथ भाषा शैली को कंट्रोल करने के लिए कमिश्नरेट आगरा ने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों को गाइंडलाइंस जारी की है। ऐसे में अब थानों और चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों की विशेष ट्रेनिंग कराई जाएगी। इसके बाद एक माॅनीटरिंग सेल बनेगी, ताकि पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर नजर रखी जा सके। इसके अलावा माॅनीटरिंग सेल के लोग थाने पर पहुंचने वाले पीड़ितों और पुलिसकर्मियों के व्यवहार की तस्दीक करेगी। ये भी पढ़ेंः पश्चिमी यूपी के लोगों को एक और एक्सप्रेस-वे का तोहफा, इन जिलों के लोगों को फायदा

दुनिया में धूमिल होती है छवि

बता दें कि आगरा देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में ताजनगरी के तौर पर प्रसिद्ध है। यहां हर साल लाखों देशी और विदेशी टूरिस्ट ताज का दीदार करने आते हैं। ऐसे में कई बार पुलिसकर्मियों के बात करने का तरीका असभ्य होता है, जोकि दुनिया में भारत की छवि को धूमिल कराता है। ऐसे में पुलिस कमिश्नर के इस आदेश का पालन कितना होता है, तो यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। हालांकि खराब व्यवहार पर क्या एक्शन होगा? इस जवाब अभी मिलना बाकी है। ये भी पढ़ेंः मिल्कीपुर उपचुनाव में प्रतिष्ठा दांव पर, अखिलेश यादव और सीएम योगी के लिए क्यों जरूरी है ये सीट?


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