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Maha Kumbh 2025: 2700 हाईटेक कैमरे, AI तकनीक की मदद; 45 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए और क्या-क्या बंदोबस्त?

Prayagraj Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के शिरकत करने का अनुमान है। लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने खास प्रबंध किए हैं। मेला क्षेत्र में लगभग 2700 कैमरे लगाए गए हैं।

Prayagraj Maha Kumbh: (दीपक दुबे, प्रयागराज) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अब तक का सबसे बड़ा कुंभ मेला लगने जा रहा है। अनुमान है कि मेले में 40 से 45 करोड़ श्रद्धालु देश-विदेश से जुटेंगे। इस महाकुंभ का हिस्सा बनने जा रहे लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। श्रद्धालुओं को कैसे सुरक्षा प्रदान की जाए, पुलिस के लिए यह सवाल बड़ी चुनौती है? इतनी बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के खो जाने का खतरा रहता है। कुंभ के दौरान बड़ी संख्या में बुजुर्ग, महिलाएं और खासकर बच्चे व युवा अपने परिजनों से बिछड़ जाते हैं। यह भी पढ़ें:पसंदीदा खाना खिलाया, शॉपिंग करवाई; फिर बेटी के साथ मिलकर पति को मार डाला… कब्र ने खोले क्या-क्या राज? ऐसे लोगों के लिए इस बार महाकुंभ में खोया-पाया केंद्र बनाया गया है। यहां किसी शख्स के बिछुड़ने पर उसके परिजन रिपोर्ट कर सकेंगे। संबंधित व्यक्ति का फोटो, आधार कार्ड, क्या पहना था, आखिरी बार कहां देखे गए थे? तमाम जानकारियों को कंप्यूटराइज्ड तरीके से पूरे मेला क्षेत्र में लगीं बड़ी-बड़ी LCD स्क्रीन्स के जरिए अनाउंसमेंट कर साझा किया जाएगा। साथ ही सर्चिंग टीम भी लापता हुए शख्स को ढूंढने के लिए अलग-अलग स्थानों पर जाएगी। यह भी पढ़ें:दिल्ली में गैंगवार की साजिश नाकाम, 7 बदमाश गिरफ्तार; लंदन में बैठे इस गैंगस्टर के संपर्क में थे शूटर जो व्यक्ति या महिला गायब हुए हैं, उनकी तमाम जानकारियां अलग-अलग भाषाओं में साझा की जाएंगी। जिसमें अपील की जाएगी कि किसी भी व्यक्ति को अगर लापता शख्स दिखे तो फौरन जानकारी सेंटर को दें। वहीं, खोए हुए लोगों के लिए पुलिस द्वारा 1920 हेल्पलाइन भी शुरू की गई है। जिस पर अपनी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। वहीं, सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अगर कोई व्यक्ति या महिला खोया-पाया केंद्र द्वारा ढूंढ ली जाती है तो उसे इसी सेंटर में लाया जाएगा।

पुलिस ने बनाया कंट्रोल रूम

यहां महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के लिए अलग-अलग कमरे रहने-सोने के लिए बनाए गए हैं। इतना ही नहीं, बच्चों के खेलने के लिए भी व्यवस्था की गई है। यहां संबंधित व्यक्ति तब तक रुक सकते हैं, जब तक इनके परिजन लेने के लिए न आएं। बता दें कि मेला क्षेत्र में 2700 से ज्यादा हाईटेक कैमरे लगाए गए हैं। जो हर गतिविधि पर पैनी नजर रखेंगे। मेले के लिए अलग से पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया है। पुलिस और खोया-पाया केंद्र के कर्मचारी कैमरों के जरिए हर आने-जाने वाले पर नजर रखेंगे।


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