Ghaziabad News: गाजियाबाद में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) के दौरान जिम्मेदारी में लापरवाही बरतने के आरोप में 21 बीएलओ के खिलाफ सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. प्रभारी निर्वाचन अधिकारी आलोक कुमार यादव की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई. आरोप है कि ये बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं से गणना प्रपत्र एकत्र करने और उन्हें समय पर ऑनलाइन अपलोड कराने में असफल रहे. जिन कर्मचारियों पर मामला दर्ज हुआ है, वे शिक्षा विभाग, विद्युत निगम, जीडीए, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग से जुड़े हुए हैं. अधिकारियों के अनुसार इन कर्मियों की वजह से पुनरीक्षण कार्य की गति प्रभावित हुई.
कई बीएलओ ने नहीं किया अभियान में सहयोग
नायब तहसीलदार आलोक यादव के अनुसार, चार नवंबर से चार दिसंबर तक बीएलओ को प्रत्येक घर जाकर आवश्यक विवरण जुटाने और गणना प्रपत्रों को निर्वाचन पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश दिए गए थे. यह कार्य निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा था. लेकिन कई बीएलओ ने अभियान में निर्धारित मानकों के अनुसार सहयोग नहीं किया. प्रपत्र एकत्रीकरण और डिजिटल फीडिंग में देरी होने के कारण प्रशासन को चुनावी तैयारियों में बाधा उत्पन्न होने की आशंका दिखी. जिसके चलते संबंधित बीएलओ के खिलाफ कानूनी कदम उठाया गया.
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जांच कर होगी आगे की कार्रवाई
जिन 21 बीएलओ पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. उनमें सुनीता शुक्ला, रेनू कुमारी, अनुराधा, अर्चना, चंद्रपाल सिंह, मिलिंद कुमार, मनीष सिसोदिया, दिग्विजय सिंह, अजय कुमार, विनिता, मुकेश गुप्ता, अंकित नागर, राकेश कुमार, सुशील कुमार, पीयूष शर्मा, अरुण कुमार, अनिल कुमार, शशि प्रभा, सीरीन फातिमा और सुनीता पाल शामिल हैं. प्रशासन का कहना है कि ये कर्मचारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे थे. जिसके कारण अभियान की प्रगति प्रभावित हुई. मामला दर्ज होने के बाद अब इनकी भूमिका की विस्तृत जांच की जाएगी और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई भी की जाएगी.
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