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Assembly Elections 2023: राजस्थान की सूरजगढ़ सीट का पुराना है S फैक्टर कनेक्शन, इस बार फिर उम्मीद बरकरार

Rajasthan Assembly Elections : राजस्थान में सूजरगढ़ विधानसभा सीट पर 1982 से लेकर आज तक अधिकतर जीत के लिए एस फैक्टर काम करता रहा है। अब इस चुनाव में देखना है कि एस फैक्टर कितना कारगर साबित होता है।

राजस्थान की सूरजगढ़ विधानसभा सीट पर S फैक्टर दिलाता है जीत।
Rajasthan Assembly Elections : राजस्थान में सूजरगढ़ विधानसभा सीट में सीट का एक फैक्टर कनेक्शन काम करता है। इस सीट पर चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों को साथ अनूठा संयोग आज तक बना हुआ है। सूरजगढ़ विधानसभा सीट वर्ष 1962 में अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर 14 बार हुए चुनावों में 12 बार वे प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल हुए, जिनके नाम अंग्रेजी के S अक्षर से शुरू होते हैं। केवल दो बार ही ऐसा मौका आया जब अन्य अक्षर से शुरू होने वाले नाम के प्रत्याशियों को जीत मिली है। पहले चुनाव में भी एस अक्षर वाले ने उम्मीदवार से जीत दर्ज की थी। इस एस फैकेटर को लेकर एस अक्षर से शुरू होने वाले नाम के उम्मीदवारों को एक बार फिर इस सीट पर एस फैक्टर के चलने की उम्मीद है। सूरजगढ़ का नाम भी एस अक्षर से शुरू होता है। खास बात यह है कि वर्ष 2014 में इस सीट पर उपचुनाव हुए थे और तब भी एस अक्षर वाले उम्मीदवार के सिर पर जीत का सेहरा बंधा था। हम देखते हैं कि 1962 से अब तक किस नाम के लोगों को इस सीट पर जीत मिली। ऐसे में 2023 के चुनाव में भी एस अक्षर से शुरू होने वाले नाम के उम्मीदवारों में उत्सुकता है। यह भी पढ़ें : वसुंधरा का समर्थन या बीजेपी में सेंधमारी का प्लान! गहलोत बोले- ‘पूर्व मुख्यमंत्री को मेरे कारण सजा नहीं मिलनी चाहिए’ वर्ष                 विधायक 1962              शिवनारायण छाछिया 1967               सूरजमल 1972               सुंदरलाल 1977               सुभाषचंद आर्य 1980              सुंदरलाल 1985              सुंदरलाल 1993              सुंदरलाल 2003             सुंदरलाल 2008            श्रवण कुमार 2013             संतोष अहलावत 2014            श्रवण कुमार(उपचुनाव) 2018            सुभाष पूनिया सुंदरलाल इस सीट से सर्वाधिक 5 बार जीता चुनाव सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र से सुंदरलाल ने निर्दलीय, कांग्रेस और भाजपा की टिकट पर पांच बार चुनाव में जीत दर्ज कराई। श्रवण कुमार ने दो बार औक अन्य उम्मीदवारों ने शेष एक-एक चुनाव जीत दर्ज कराई। इस सीट पर एक संयोग और है कि यहां से एक पार्टी के टिकट से दो बार लगातार कोई भी प्रत्याशी चुनाव नहीं जीता है। बिना एस अक्षर वाले दो उम्मीदवार बने विधायक वर्ष                  विधायक 1990          बाबूलाल खांडा 1998          हनुमान प्रसाद अब राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में यह देखना है कि अनूठ संयोग इस बार भी बरकरार रहता है या टूट जाता है। यह भी पढ़ें : राजस्थान : 2018 में इन नौ सीटों पर 1000 से भी कम वोटों के अंतर से हारे थे उम्मीदवार, अबकी बार झोंकी ताकत


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