Sukhdev Singh Gogamedi Murder Script: श्री राजपूत करनी सेना प्रमुख Sukhdev Singh Gogamedi के मर्डर की साजिश कैसे रची गई और कैसे शूटरों को हायर किया गया? शूटर क्यों राजी हुए गोगामेड़ी को मारने के लिए और इसके बदले में उन्हें क्या मिला, यह जानकारियां सामने आई हैं। गोगामेड़ी से नफरत और बदला लेने की आग में मर्डर की साजिश रची गई और टारगेट को हिट करके मिशन पूरा किया गया। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि गोगामेड़ी के मर्डर के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है। संपत नेहरा ने साजिश रची थी। हत्या करने के लिए बाकायदा Ak-47 का इंतजाम किया जा रहा था। संपत नेहरा के जेल जाने के बाद मिशन गैंगस्टर रोहित गोदारा को सौंपा गया। रोहित ने गोगामेड़ी को मारने का काम अपने लेफ्ट हैंड वीरेंद्र चरण को सौंपी।
नफरत-चाहत का फायदा उठाकर हायर किए शूटर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चरण और रोहित राठौड़ की मुलाकात राजस्थान के अजमेर की जेल में हुई थी। रोहित राठौड़ रेप केस में सजा काट रहा था। उसने चरण को बताया था कि रेप केस में उसे खिलाफ पैरवी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने की थी। उसकी वजह से उसे जेल हुई थी। इसका बदला वह गोगामेड़ी से लेना चाहता है। रोहित के इस गुस्से का चरण ने फायदा उठाया और उसे गोगामेड़ी को मारने के लिए हायर कर लिया। दूसरे शूटर निति फौजी से भी चरण जेल में मिला था। नितिन के खिलाफ महेंद्रगढ़ में किडनैपिंग केस दर्ज हुआ था। इस मामले में वह जेल भी गया था। जेल में चरण से बातचीत हुई तो उसने बताया कि वह विदेश में बसना चाहता है। इस पर चरण ने उसे कनाडा का फर्जी पासपोर्ट और वीजा देने का वादा किया। पासपोर्ट और वीजा के लालच में वह गोगामेड़ी को मारने को तैयार हो गया।
पुलिस को पहले मिल गया था मर्डर का इनपुट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 5 दिसंबर को जयपुर में घर में घुसकर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। शूटरों को गोगामेड़ी तक उसके पूर्व गनमैन नवीन ने पहुंचाया था, लेकिन वह भी इस हमले में मारा गया। मर्डर की जिम्मेदारी गैंगस्टर रोहित गोदारा ने फेसबुक पोस्ट करके ली। वहीं मर्डर के बाद प्राथमिक जांच में सामने आया कि पंजाब पुलिस को गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रचे जाने का इनपुट मिला था। पंजाब पुलिस इस इनपुट को राजस्थान पुलिस को दे चुकी थी। फरवरी 2023 में DG पंजाब ने राजस्थान के DGP को खत लिखकर इस बारे में बताया था। पंजाब ATS के DIG ने राजस्थान इंटेलिजेंस के ADG को भी इस इनपुट के बारे में बताया था, लेकिन दोनों ही टीमों ने इनपुट को इग्नोर किया, जिसके परिणामस्वरूप सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या हो गई।