Rajasthan New CM Update: एमपी और छत्तीसगढ़ में चौंकाने के बाद भाजपा अब राजस्थान में भी चौंकाने को तैयार है। भाजपा के सभी 115 विधायक राजधानी जयपुर में डेरा डाले हुए हैं। सबको इंतजार है विधायक दल की बैठक का। चुनाव परिणाम सामने आने के बाद से ही राजस्थान में सीएम के 1 दर्जन चेहरे सीएम के तौर पर सामने आ चुके हैं। लेकिन राजतिलक किसका होगा यह तो केवल पीएम मोदी ही जानते हैं। एमपी और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर राजस्थान में भी सीएम का नाम ऐलान होने के कुछ देर पहले ही संबंधित पक्ष को फोन कर बताया जाएगा। अब देखना यह है कि मोबाइल की घंटी किसकी बजती है?
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इस बीच खबर है कि राजस्थान में एक बार फिर कोई नई महिला सीएम बन सकती है। इसमें दो नाम सबसे आगे चल रहे हैं पहला दीया कुमारी और दूसरा अनिता भदेल। जयपुर राजघराने की पूर्व सदस्य दीया कुमारी साल 2013 में पहली बार सवाई माधोपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा और विधायक बनीं। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 2018 में टिकट नहीं दिया लेकिन 6 महीने बाद ही हुए लोकसभा चुनाव में उन्हें राजसमंद सीट से प्रत्याशी बनाया। यहां उन्होंने जीत दर्ज कर संसद में प्रवेश किया लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने उन्हें एक बार फिर सेफ सीट विद्याधर नगर से प्रत्याशी बनाया।
रेस में ये दो महिला चेहरे
ऐसे में चर्चा है कि पार्टी महिला और जनरल वर्ग से होने के कारण उन्हें सीएम बना सकती है। लोकसभा चुनाव और महिला की भारी वोटिंग के चलते पार्टी यह मानकर चल रही है कि इस जीत में महिलाओं की बड़ी भूमिका है। ऐसे में पार्टी महिला चेहरे के तौर पर इनके नाम पर दांव खेल सकती है।
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दीया कुमारी के अलावा पार्टी अजमेर दक्षिण से विधायक अनिता भदेल को सीएम बना सकती है। दलित और महिला होने से पार्टी यह दांव चल सकती है। भदेल पूर्व में वसुंधरा सरकार में मंत्री रह चुकी है। इसके अलावा वे प्रशासनिक कार्यों में भी दक्ष है। भदेल अजमेर दक्षिण से 5वीं बार की विधायक हैं। वहीं 2022 में उन्हें राजस्थान विधानसभा का सर्वश्रेष्ठ विधायक घोषित किया गया था। इतना ही नहीं अनिता हर रोज जनता दरबार लगाकर जन सुनवाई करती है। जनता के बीच जाकर काम करने से उनकी छवि भी साफ है।
दलित-राजपूतों को साधने की तैयारी
इन दो चेहरों के जरिये पार्टी 3 बड़े वोट बैंक तक आसानी से पहुंच सकती है। सबसे पहले तो महिला वोट बैंक। आंकड़ों की माने तो इस बार के चुनाव में महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में एक प्रतिशत अधिक मतदान किया। ऐसे में साफ है कि महिलाओं को मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ मिला और बड़े स्तर पर महिलाओं ने वोटिंग की। भाजपा ऐसा ही कुछ चमत्कार लोकसभा चुनाव में भी होने की उम्मीद कर रही है।
इसके अलावा अगर भदेल सीएम बनती हैं तो पार्टी प्रदेश के 18 प्रतिशत दलित वोटों को साध सकती है। वहीं अगर राजपूत सीएम बनता है तो पश्चिमी राजस्थान की सीटों पर बिखरा हुआ राजपूत वोट फिर से भाजपा को मिल सकता है। जो कि लोकसभा चुनाव के लिहाज से काफी अहम है।