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राजस्थान में भीषण गर्मी का कहर, इन जिलों में 44 डिग्री तक पहुंचेगा पारा, IMD ने जारी किया अलर्ट

राजस्थान में गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। आसमान से आग बरस रही है और लू के थपेड़ों ने जनजीवन को बेहाल कर दिया है। अगले कुछ दिन और मुश्किल भरे हो सकते हैं। आइए जानते हैं कहां-कहां पड़ेगी सबसे ज्यादा गर्मी और कैसे बचें इससे।

सांकेतिक तस्वीर।
राजस्थान में गर्मी ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। सूरज आग बरसा रहा है और लू के थपेड़े लोगों का जीना मुश्किल कर रहे हैं। सुबह से ही तेज धूप और तपिश ने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। हालात ऐसे हैं कि दोपहर में सड़कें सुनसान हो जाती हैं और लोग घरों में कैद हो जाते हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले कुछ दिन और भी ज्यादा गर्म हो सकते हैं। ऐसे में सभी को सतर्क रहने और गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।

पश्चिमी राजस्थान में तेज गर्मी

राजस्थान में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी भागों में भीषण गर्मी देखने को मिली। बाड़मेर में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा है। यह तापमान इस बात की चेतावनी है कि आने वाले दिन और भी अधिक गर्म हो सकते हैं। राज्य के कई हिस्सों में धूप तेज बनी हुई है और लू चलने की स्थिति बन रही है।

अगले 5 दिन और बढ़ेगी गर्मी

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि राजस्थान में अगले 4 से 5 दिन मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा और तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की और बढ़ोतरी होने की संभावना है। खासकर पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे बाड़मेर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर और बीकानेर में 15 से 17 अप्रैल के बीच अधिकतम तापमान 45 से 46 डिग्री तक पहुंच सकता है। इन क्षेत्रों में हीटवेव (लू) की स्थिति बन सकती है और कुछ स्थानों पर तीव्र हीटवेव और गर्म रातें भी दर्ज की जा सकती हैं।

सीमावर्ती जिलों में 45-46 डिग्री और लू का खतरा

पूर्वी राजस्थान भी इस गर्मी से अछूता नहीं रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि शेखावाटी क्षेत्र (सीकर, झुंझुनूं, चूरू), जयपुर और भरतपुर संभाग के कई क्षेत्रों में 15 से 18 अप्रैल के बीच अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। इन क्षेत्रों में भी कहीं-कहीं हीटवेव चल सकती है। आम लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें, अधिक मात्रा में पानी पिएं और धूप में छाया का उपयोग करें।

पूर्वी राजस्थान भी लू की चपेट में

गर्मी के इस दौर में किसानों को भी विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। अधिक तापमान और सूखा मौसम फसलों पर असर डाल सकता है। पशुपालकों को भी अपने पशुओं को धूप से बचाकर छायादार स्थानों पर रखने और उन्हें ठंडा पानी उपलब्ध कराने की सलाह दी गई है। स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को इस मौसम में विशेष सावधानी रखनी चाहिए। मौसम विभाग लगातार अपडेट दे रहा है, इसलिए लोग स्थानीय मौसम समाचार पर नजर रखें और सावधानी से अपना दिनचर्या तय करें।


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