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राजस्थान: बीजेपी ने टिकट काटा तो राजे के करीबी ने निर्दलीय ठोक दी ताल, हासिल की बड़ी जीत

Yunus Khan Deedwana: पिछली बार यूनुस खान को सचिन पायलट के सामने टोंक से मैदान में उतारा गया था। वह चुनाव हार गए थे।

Rajasthan Assembly Election Result 2023 Independent Candidate Yunus Khan Wins Deedwana Seat
Yunus Khan Deedwana: राजनीति में कब क्या हो जाए कहा नहीं जा सकता। कभी वसुंधरा राजे के कट्टर समर्थक रहे पूर्व मंत्री यूनुस खान को इस बार पार्टी ने टिकट के लायक ही नहीं समझा, तो उन्होंने निर्दलीय ताल ठोक दी। पिछली बार उन्हें सचिन पायलट के सामने टोंक से मैदान में उतारा गया था। ऐसे में वे चुनाव हार गए। हालांकि इस बार उनके लिए टोंक से टिकट न मिलना भी 'लकी' साबित हुआ। जब उन्हें पार्टी ने किसी भी सीट से टिकट नहीं दिया तो अपनी पुरानी सीट डीडवाना से निर्दलीय ही मैदान में उतर गए। यूनुस खान ने डीडवाना से करीब 9 हजार वोटों से जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस के चेतन सिंह चौधरी को शिकस्त दी। आखिर यूनुस खान ने इतनी बड़ी जीत कैसे दर्ज की और उनका भविष्य क्या हो सकता है, आइए जानते हैं...

कायमखानी मुस्लिम वोटों का फायदा

यूनुस खान को डीडवाना से कायमखानी मुस्लिम  वोटों का फायदा मिला। वह खुद इसी समुदाय से आते हैं। इन मतदाताओं की संख्या करीब 44 हजार बताई जाती है। इसके साथ ही एससी मतदाताओं की संख्या करीब 45 हजार है। यूनुस खान को मुस्लिम वोटर्स के अलावा एससी वोटों का भी फायदा मिला। कायमखानी मुस्लिम के बारे में कहा जाता है कि वह राजपूत से इस्लाम में कन्वर्ट हुए थे।

हाई पावर वाले नेता 

यूनुस खान वसुंधरा राजे सरकार में पीडब्ल्यूडी और परिवहन विभाग के मंत्री रह चुके हैं। कैबिनेट में खान का कद काफी बड़ा था। इससे पहले वह बीजेपी के टिकट से चार बार चुनाव लड़ चुके हैं। जिसमें उन्हें दो बार जीत और दो बार हार नसीब हुई। यूनुस खान ने 80 के दशक के अंत में राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। दरअसल, भैंरोसिंह शेखावत की सरकार के समय बीजेपी को लाडनूं और डीडवाना से चुनाव लड़ने के लिए मुस्लिम प्रत्याशी की जरूरत थी। तब सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रमजान खान ने यूनुस खान का नाम सुझाया था।  'राजस्‍थान: किस सीट से कौन जीता, यहां देखें' 

वोटों के ध्रुवीकरण होने की वजह से दिलचस्प रहा मुकाबला

यूनुस खान ने वर्तमान विधायक चेतन सिंह डूडी को शिकस्त दी है। भाजपा के पिछली बार हारे हुए प्रत्याशी जितेंद्र सिंह जोधा तीसरे स्थान पर रहे हैं। डीडवाना सीट पर वोटों के ध्रुवीकरण होने की वजह से काफी दिलचस्प रहा। आखिर में युनुस खान बाजी मार ले गए। कहा जा रहा है कि वह एक बार फिर बीजेपी जॉइन कर सकते हैं।


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