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राजस्थान की वो 7 हॉट सीटें, जहां सांसदों की साख दांव पर

Rajasthan Assembly Election 2023 Hot Seats Mandawa Vidhyadhar Nagar Tijara Sawai Madhopur Kishangarh Jhotwara Sanchore: बीजेपी के 7 सांसद मैदान में हैं।

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Rajasthan Assembly Election 2023 Hot Seats Mandawa Vidhyadhar Nagar Tijara Sawai Madhopur Kishangarh Jhotwara Sanchore: राजस्थान का सियासी रण अब उस मुकाम पर आ पहुंचा है, जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार था। रविवार को चुनाव के नतीजे जारी हो जाएंगे। इसके साथ ही प्रदेश की नई सरकार बनना तय हो जाएगा। ये चुनाव कई मायनों में खास रहा। इस बार के चुनाव में बीजेपी ने 7 सांसदों को मैदान में उतारा है। जिसमें से एक राज्यसभा सांसद हैं। इन सांसदों की साख अब दांव पर लगी है। आइए जानते हैं इन हॉट सीट्स के बारे में... बीजेपी के सांसद नरेंद्र कुमार झुंझुनूं की मंडावा, दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर, बालकनाथ अलवर की तिजारा, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा सवाई माधोपुर और सांसद भागीरथ चौधरी अजमेर की किशनगढ़ सीट से मैदान में हैं। सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ झोटवाड़ा और देवजी पटेल को सांचौर से मैदान में उतारा गया है।

मंडावा सीट पर मुकाबला रोचक

मंडावा विधानसभा सीट पर नरेंद्र कुमार का मुकाबला कांग्रेस की रीटा चौधरी से है। कांग्रेस इस सीट पर काफी मजबूत मानी जाती है। उसने 9 बार चुनाव जीता है। कहा जा रहा है कि बसपा और निर्दलीय प्रत्याशी कुछ वोट काट सकते हैं, लेकिन कांग्रेस इस सीट पर काफी मजबूत है। नरेंद्र कुमार पहले भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन सांसद बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद हुए उपचुनाव में रीटा चौधरी को जीत मिली थी।

दीया कुमारी की जीत लगभग तय 

राजसमंद से सांसद दीया कुमारी की इस सीट से जीत लगभग तय मानी जा रही है क्योंकि यह सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। उन्हें भावी मुख्यमंत्री की रेस में भी देखा जा रहा है। परिसीमन के बाद के तीनों चुनावों में बीजेपी के नरपत सिंह राजवी यहां से चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि अब वह चित्तौड़गढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। दीया कुमारी का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी सीताराम अग्रवाल से होगा। वह पार्टी के कोषाध्यक्ष भी हैं।

बालकनाथ-इमरान खान के बीच मुकाबला रोचक

तिजारा सीट पर बीजेपी ने सांसद बालकनाथ को उतारा है। बालकनाथ अलवर से सांसद हैं। उनकी आसपास के इलाकों में मजबूत पकड़ मानी जाती है। माना जाता है कि वह बीजेपी के हिंदुत्ववादी एजेंडे पर भी फिट बैठते हैं। जिससे उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर भी देखा जा रहा है। तिजारा से उनका मुकाबला मुस्लिम प्रत्याशी इमरान खान से है। हालांकि इमरान खान भी काफी मजबूत प्रत्याशी माने जाते हैं। यदि वोटों का ध्रुवीकरण नहीं हुआ तो मुकाबला काफी कांटे का होगा। इस बार यहां 86.11 फीसदी वोटिंग हुई है।

सवाई माधोपुर में त्रिकोणीय मुकाबला

राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा बीजेपी के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। उन्होंने जमीनी स्तर पर काफी काम किया है। पिछले पांच साल में उन्होंने कांग्रेस सरकार के खिलाफ कई बड़े आंदोलन खड़े किए। वह अपनी देसी शैली के चलते युवाओं के बीच भी काफी लोकप्रिय हैं। हालांकि किरोड़ी की चुनौती कम नहीं है। उनका मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा विधायक दानिश अबरार से है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है। बीजेपी की बागी आशा मीणा निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। इसके चलते इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

बीजेपी ने भागीरथ चौधरी पर जताया भरोसा

बीजेपी ने किशनगढ़ विधानसभा सीट से भागीरथ चौधरी पर भरोसा जताया है। उनका मुकाबला कांग्रेस के विकास चौधरी से है। पिछली बार इस सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश टांक ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी के विकास चौधरी को 17452 वोटों से हराया था। जबकि कांग्रेस के नंद राम 15157 वोटों के साथ चौथे नंबर पर रहे थे। विकास चौधरी बनाम भागीरथ चौधरी होने से ये मुकाबला काफी रोचक हो गया है।

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और अभिषेक चौधरी के बीच कड़ी टक्कर 

राजस्थान के सबसे बड़े विधानसभा क्षेत्र होने की वजह से यह सीट हमेशा सुर्खियों में रही है। भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को राजपाल सिंह शेखावत का टिकट काटकर मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने युवा चेहरे अभिषेक चौधरी पर भरोसा जताया है। राठौड़ और चौधरी के अलावा आशु सिंह सुरपुरा भी निर्दलीय मैदान में हैं। इस वजह से यह मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

सांचौर में भी कड़ा मुकाबला

सांचौर से बीजेपी के सांसद देवजी पटेल मैदान में हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी सुखराम विश्नोई से है। कहा जा रहा है कि इस सीट पर कांटे का मुकाबला है। बीजेपी इस सीट पर कई बार चेहरा बदलती रही है। सुखराम विश्नोई ने यहां से दो बार जीत दर्ज की है। हालांकि देवजी पटेल भी कद्दावर नेता माने जाते हैं। देखना दिलचस्प होगा कि इन 7 सांसदों में से कितने जीत दर्ज करते हैं।


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