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Rajasthan Election: बीजेपी का मास्टरस्ट्रोक, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत उतरेंगे अशोक गहलोत के सामने

Rajasthan Election BJP’s Shekhawat contest from Sardarpura: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ-साथ राजस्थान में इस साल के अंत में चुनाव होना है। इसी को लेकर देश की दो बड़ी पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस ने इन चुनाव में जीत हासिल करने के लिए प्लान बनाना शुरू कर दिया है। इसी के साथ दिल्ली में बीजेपी […]

Rajasthan Election BJP's Shekhawat contest from Sardarpura: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ-साथ राजस्थान में इस साल के अंत में चुनाव होना है। इसी को लेकर देश की दो बड़ी पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस ने इन चुनाव में जीत हासिल करने के लिए प्लान बनाना शुरू कर दिया है। इसी के साथ दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे। सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि सीईसी की बैठक में बीजेपी ने राजस्थान में सरदारपुरा सीट से अशोक गहलोत के सामने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को उतारने का फैसला किया है।

सीईसी की बैठक में कई केंद्रीय मंत्री रहे शामिल

दिल्ली में बीजेपी की सीईसी की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और विपक्ष के नेता अर्जुन राम मेघवाल जैसे राज्य नेता शामिल थे।

बीजेपी रिवॉल्विंग डोर पैटर्न पर कर रही भरोसा

वहीं बताया जा रहा है कि बीजेपी ने सीएम फेस के बिना राज्य में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी राज्य में सत्ता में वापसी के लिए रिवॉल्विंग डोर पैटर्न यानी पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा पर भरोसा कर रही है, भले ही उसे पार्टी में असंतोष का सामना करना पड़े। हालांकि, राजस्थान में बीजेपी को कांग्रेस से कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है।

बीजेपी ने अपनी चुनावनीति में किया बदलाव

उल्लेखनीय है कि भाजपा ने तीन दशकों से अधिक समय में पहली बार मुख्यमंत्री उम्मीदवार के फेस के बिना राज्य चुनाव लड़ने का फैसला किया है क्योंकि पार्टी पहले भैरों सिंह शेखावत और बाद में वसुंधरा राजे का पर्याय बन गई थी। वहीं, बीजेपी की चुनावीनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। बीजेपी ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ नरम रवैया अपनाना बंद कर दिया है। इसका सबसे बड़ा उदारहण अमेठी है। यहां पर बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ स्मृति ईरानी को उतारा था।


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