TrendingIndigoind vs saBigg Boss 19

---विज्ञापन---

कुलदीप जघीना हत्याकांडः बीजेपी नेताओं ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल, कहा- किसे बचा रहा ‘गृह लूट कुशासन’?

Kuldeep Jaghina Murder Case: बीजेपी नेता कृपाल हत्याकांड के आरोपियों पर गोलीबारी की घटना को लेकर अब बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। हालांकि पुलिस ने इस घटना के बाद 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी की तलाश जारी है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट करते हुए […]

Kuldeep Jaghina Murder Case: बीजेपी नेता कृपाल हत्याकांड के आरोपियों पर गोलीबारी की घटना को लेकर अब बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। हालांकि पुलिस ने इस घटना के बाद 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी की तलाश जारी है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट करते हुए लिखा कि गैंगस्टर कुलदीप जघीना हत्याकांड से कांग्रेस सरकार में जंगलराज का एक और अध्याय जुड़ गया। जब आप राजस्थान में थानों में फायरिंग व गैंगवार की घटनाएं नहीं रोक पाए। ऐसे में रोडवेज बस में अपराधियों को लेकर जाना तथा बस की सूचना कुलदीप के विरोधियों तक पहुंचना ये प्रशासनए सरकार की मिलीभगत के बिना कैसे संभव है?

सांसद राज्यवर्धन बोले- किसे बचा रहा 'गृह लूट कुशासन'?

वहीं जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि भ्रष्ट'राज' की कुख्यात कांग्रेस सरकार कितनी डरपोक है, इसका अंदाजा इस घटना से लगा सकते हैं कि भाजपा नेता के मर्डर में शामिल आरोपी की पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी जाती है। आखिर क्या राज थाए जो बाहर नहीं आने दिया गया? इन सबके पीछे आखिर किसका हाथ? किसे बचा रहा 'गृह लूट कुशासन'?

राठौड़ बोले- पुलिस की समझदारी कहे या अपराधियों से सांठगांठ?

नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में अपराधियों द्वारा कानून व्यवस्था को ताक पर रखकर किस कदर अराजकता का वातावरण बनाया जा रहा है। भरतपुर की घटना इसका जीता-जागता उदाहरण है। प्रदेश में गैंगस्टर इस कदर बेखौफ है कि भरतपुर में कृपाल जघीना हत्याकांड के आरोपियों को कोर्ट में पेशी के लिए रोडवेज बस में ले जा रही पुलिस की मौजूदगी में आरोपियों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई और पुलिस प्रशासन मजबूरए बेबस व लाचार होकर देखता रहा। मुख्यमंत्री जी, जो राज्य के गृह विभाग के मुखिया भी है उनके शासन में राज्य में लागू गहलोत पैनल कोड में अपराधियों से डरी-सहमी पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है, अपराधी अपराध कारित करने के लिए बेखौफ है। इससे बड़े दुर्भाग्य की बात क्या होगी कि राज्य में अब तक पूर्णकालिक गृहमंत्री भी नहीं है। जनता की जान को खतरे में डालकर रोडवेज बस में खूंखार अपराधियों को ले जाना पुलिस की समझदारी कहे या अपराधियों से सांठगांठ?


Topics:

---विज्ञापन---