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Karauli: महंगाई राहत कैंप में पत्नी दिलवाने की मांग, तहसीलदार ने छात्रावास अधीक्षक को दिया निस्तारण का आदेश

Karauli: प्रदेश में इन दिनों आमजन को महंगाई से राहत दिलाने के लिए महंगाई राहत कैंप का आयोजन किया जा रहा हैं। वहीं दूसरी तरफ इन कैंपों में अब अनूठी मांगें भी चर्चा का विषय बनी हुई है। करौली के सपोटरा में एक 35 वर्षीय दिव्यांग ने नायब तहसीलदार को पत्र लिखकर पत्नी दिलवाने की […]

Karauli: प्रदेश में इन दिनों आमजन को महंगाई से राहत दिलाने के लिए महंगाई राहत कैंप का आयोजन किया जा रहा हैं। वहीं दूसरी तरफ इन कैंपों में अब अनूठी मांगें भी चर्चा का विषय बनी हुई है। करौली के सपोटरा में एक 35 वर्षीय दिव्यांग ने नायब तहसीलदार को पत्र लिखकर पत्नी दिलवाने की मांग की है। सबसे रोचक बात तो यह है कि नायब तहसीलदार यादराम धाकड़ ने प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए छात्रावास अधीक्षक को निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं।

प्रार्थी बोला- अकेलापन महसूस कर रहा हूं

करौली जिले के सपोटरा विधानसभा के अमरगढ़ ग्राम पंचायत में चल रहे महंगाई राहत कैंप में रविवार को एक 35 वर्षीय दिव्यांग ने पत्नी दिलवाने की मांग वाला प्रार्थना पत्र नायब तहसीलदार को दिया। प्रार्थना पत्र में लिखा है कि मैं मीठिया माली पुत्र हजारी माली निवासी अमरगढ़ का मूल निवासी हूं। मेरी उम्र 35 वर्ष है। पिछले कई दिनों से अकेलापन महसूस कर रहा हूं। मुझे सुंदर और सुशील पत्नी दिलवाने की कृपा करें। पत्नी दिलवाने का यह प्रार्थना पत्र फिलहाल सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोगों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

छात्रावास अधीक्षक को निस्तारण के आदेश

वहीं कैंप प्रभारी और नायल तहसीलदार यादराम धाकड़ ने बताया कि मीठिया माली से पत्नी की मांग वाला प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ हैं। शिविर में मौजूद समाज कल्याण विभाग के छात्रावास अधीक्षक पवन कुमार को मामले का निस्तारण करने का निर्देश दिया हैं।

दौसा में भी सामने आया था मामला

बता दें कि कुछ दिनों पहले ऐसा ही एक मामला दौसा जिले की सिकंदरा पंचायत समिति के गांगदवाड़ी गांव से सामने आया था। जिसमें एक व्यक्ति ने तहसीलदार को एप्लीकेशन देकर पत्नी दिलवाने की मांग की थीं। कल्लू महावर ने तहसीलदार को दी एप्लीकेशन में कहा कि वह घर पर अकेला रहता है। घर की परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। इस कारण वह घरेलू कार्य करने में असमर्थ है। इसलिए घरेलू कार्य करने में मेरी सहायता हेतु पत्नी दिलवाने का श्रम करें। मामले में नायब तहसीलदार हरिकिशन सैनी ने प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए अति आवश्यक मानते हुए पटवारी को मामले का निस्तारण करने के निर्देश दिए थे।

तहसीदार बोले- पत्नी उपलब्ध करवाना संभव नहीं

तहसीलदार के आदेश के बाद पटवारी ने मामले का निस्तारण करते हुए तहसीलदार को लिखा कि ग्राम पंचायत सचिव, पटवारी और सरपंच की संयुक्त टीम बनाई जाए। ताकि आवेदक को समय पर पत्नी उपलब्ध कराई जा सकें। इसके बाद तहसीलदार ने कहा कि पत्नी उपलब्ध करवाना संभव नहीं है।


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