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‘दिल में छेद’ वाली बच्ची बड़े हादसे से बची, ऑपरेशन से पहले छीना माता-पिता का साया

बच्ची के 'दिल में छेद' था, जिसके इलाज के लिए मां-बाप डॉक्टरों की खाक छानते फिर रहे थे। कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। जोधपुर को बच्ची को डाक्टर को दिखाकर लौट रहे मां-बाप की हादसे में मौत हो गई, जबकि पीड़ित बच्ची सुरक्षित बच गई।

राजस्थान के जोधपुर में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने एक डेढ़ साल की बच्ची के सिर से माता-पिता का साया छीन लिया। यह हादसा जिले के शेरगढ़ (फलोदी) के निकटवर्ती चाबा गांव के पास हुआ। इस हादसे में कपल सहित 3 की मौके पर ही मौत हो गई और एक व्यक्ति घायल हो गया। कार में दंपती के साथ उनकी एक डेढ़ साल की बेटी भी थी, जो बच गई। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लिया। वहीं, घायल व्यक्ति और बच्ची को अस्पताल ले गए, जहां पता चला कि बच्ची के दिल में छेद है।

माता-पिता के साथ थी बच्ची

शेरगढ़ थाने के ASI रघुनाथ सिंह चंपावत ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान गणेशा राम (32), उनकी पत्नी ममता देवी (28) और अजय कुमार के रूप में हुई है। गणेशा राम भोजासर पीलवा का रहने वाला था और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुभाषनगर राजमथाई में शिक्षक था। अजय कुमार भी इसी स्कूल में कनिष्ठ सहायक के पद पर काम करता था। अजय कुमार करणपुर के भादरा हनुमानगढ़ का रहने वाला था। इनके साथ डूंगरगढ़ बीकानेर के रहने वाले शिक्षक गिरधारी राम और एक डेढ़ साल की बच्ची मानुसी भी कार में सवार थीं।

हादसे में 3 लोगों की मौत

ये सब जोधपुर से राजमथाई लौट रहे थे। इस दौरान चाबा गांव के पास तेज रफ्तार डंपर ने इनकी कार को टक्कर मार दी। ये टक्कर जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में गणेशाराम, ममता और अजय की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं गिरधारी राम गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार कर जोधपुर रेफर किया गया। यह भी पढ़ें: बालाजी मंदिर को लेकर श्रद्धालु और आर्मी आमने-सामने, मिलिट्री गेट के सामने किया हनुमान चालीसा का पाठ

25 दिन बाद था बच्ची का ऑपरेशन

हादसे के बाद जब पुलिस डेढ़ साल की मानुसी को शेरगढ़ अस्पताल ले गई, तो वहां पता चला कि मानुसी के दिल में छेद है। ऐसे में माता-पिता उसके इलाज के लिए जोधपुर गए थे। अगले 20-25 दिन बाद बच्ची का ऑपरेशन करवाने की तैयारी में थे। इस हादसे ने उस बच्ची के सिर से माता-पिता का साया छिन लिया। वहीं, हादसे में जान गंवाने वाले कनिष्ठ सहायक अजय की भी डेढ़ महीने की बच्ची है। उसके सिर से भी पिता का साया उठ गया।


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