Jaipur Hospital Fire Inside Story: जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में हुए अग्निकांड की वजह सामने आ गई है. अस्पताल के प्रभारी अनुराग धाकड़, पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेड़म देररात ही हालातों का जायजा लेने के लिए अस्पताल पहुंचे. अनुराग धाकड़ ने बताया कि स्टोर में आग शॉर्ट सर्किट होने की वजह से लगी और 8 मरीजों की मौत दम घुटने से हुई. शॉर्ट सर्किट होने के बाद आग ने स्टोरी में रखी फाइलों को चपेट में लिया, जिनकी वजह से आग तेजी से फैली, जिससे जहरीली गैसें निकलीं.
मरीज बेहोश और कोमा की हालत में थे
अनुराग धाकड़ ने बताया कि जब आग ने वार्ड को चपेट में लिया ज्यादातर मरीज बेहोशी की हालत में थे और उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर लगे हुए थे. कुछ मरीजों की हालत नाजुक थी और कुछ मरीज कोमा में थे. इसी हालत में उनका दम घुटा और उन्हें बचाया नहीं जा सका. पहले से ही वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे और चीजों के जलने से जो जहरीली गैसें निकलीं, उनकी वजह से उन्हें सपोर्ट सिस्टम के साथ ही अस्पताल ले जाना पड़ा. मरीजों को निचली मंजिल के ICU में ले जाकर बचाने की कोशिश की गई, लेकिन बदकिस्मती से डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए.
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हालात देखने मौके पर पहुंचे गृह राज्य मंत्री
सवाई मान सिंह अस्पताल में आग लगने की सूचना मिलते ही राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेड़म मौके पर पहुंचे. उन्होंने हालातों का जायजा लिया और वापस जाते समय मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि शॉर्ट सर्किट होने के कारण ट्रॉमा सेंटर के ICU वार्ड और स्टोर में आग लगी. घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि कुछ मरीजों की जान बचाई नहीं जा सकी. 24 मरीजों में से ज्यादातर को बचा लिया गया है और जिनकी हालत नाजुक है, उन्हें उपचार देकर रिवाइव किया गया है, लेकिन जिन्हें बचाया नहीं जा सका, उनके परिवारों से संवेदना व्यक्त करता हूं.
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पुलिस कमिश्नर ने जांच के बारे में बताया
सवाई मान सिंह अस्पताल में आग लगने की खबर मिलते ही जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि FSL टीम की जांच से आग लगने के कारण पता चलेंगे. पहली नजर में लगा कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, लेकिन असली वजह की पुष्टि जांच में ही होगी. पूरे अस्पताल में लगे फायर सेफ्टी सिस्टम की जांच की गई. 6 लोगों की मौत होने की पुष्टि अस्पताल प्रशासन ने की है और शवों को कब्जे में लेकर अस्पताल की ही मोर्चरी में रखवा दिया है. हालात ठीक होने के बाद शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा, ताकि उनकी मौत का कारण पता चले.