CM Ashok Gehlot Nomination: सीएम अशोक गहलोत के नामांकन में आपराधिक मामले छुपाने की जानकारी सामने आई है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर सरदारपुरा रिटर्निंग ऑफिसर संजय कुमार बासु को शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने रिटर्निंग ऑफिसर से मामले की जानकारी मांगी। इधर इस मामले को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर जुबानी हमला बोला है। ऐस में क्या इस शिकायत के बाद सीएम गहलोत का नामांकन रद्द हो सकता है! इसको लेकर कई अटकलें लगाई जा रही है।
सीएम गहलोत ने 6 नवंबर को नामांकन तिथि के अंतिम दिन नामांकन दर्ज किया। बीजेपी के अनुसार सीएम गहलोत ने अपने नामांकन में दिए शपथ पत्र 2 आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाई है। बीजेपी ने एडवोकेट नाथू सिंह राठौड़ के जरिए रिटर्निंग ऑफिसर के पास शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होने के बाद हड़कंप मच गया। हालांकि सीएम गहलोत ने चार नामांकन पत्र दाखिल किए ताकि अगर कोई गलती हो दूसरा पत्र वेलिड माना जा सके।
यह दो मामले छिपाए गए
शिकायत के अनुसार पहला आपराधिक मामला 8 सितंबर का है। जो कि जयपुर के गांधी नगर थाने में दर्ज कराया गया था। पत्र में एफआईआर की संख्या 409/2015 बताई गई है। इसमें धारा 166, 420, 409, 471, 120बी और 467 के तहत दर्ज हुआ हैं। यह मामला अभी कोर्ट में लंबित है। इसकी सुनवाई 24 नवंबर 2023 को होनी है। जबकि दूसरा मामला 31 मार्च 2022 का है। जिसमें कोर्ट की ओर से गहलोत समेत अन्य केे खिलाफ मामला दर्ज कराने का आदेश था।
शपथ पत्र में 3 मामलों का किया जिक्र
ऑनलाइन शिकायत के अनुसार सीएम गहलोत के खिलाफ पांच मामले चल रहे हैं। हालांकि गहलोत ने सभी मामलों का उल्लेख नहीं किया है। उन्होंने जानकारी छिपाते हुए दो मामलों को उजागर नहीं किया। उन्होंने अपने शपथ पत्र में भी 5 की जगह 3 ही मामलों का उल्लेख किया हैं। इनमें एक दिल्ली का दो जयपुर के बताए जा रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु गुप्ता ने बताया कि ऑनलाइन शिकायत दर्ज हुई है। रिटर्निंग अधिकारी से इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।