Jaipur: जीएसटी परिषद् की 50वीं बैठक मंगलवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में हुई। बैठक में राजस्थान का पक्ष रखते हुए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार को जीएसटी से संबंधित सभी मुद्दों को जल्द से जल्द निपटाना चाहिए। ताकि राज्य सरकार बेहतर वित्तीय प्रबंधन कर सकें।
राज्यों को नहीं दी जा रही क्षतिपूर्ति राशि
धारीवाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 तक के एजी सर्टिफिकेट प्रस्तुत किए जा चुके हैं तथा वर्ष 2022- 23 का एजी सर्टिफिकेट वर्ष के अंत के बाद में ही प्राप्त हो सकता है। अतः आग्रह है कि शेष बकाया कंपनसेशन राशि का 90% प्रोविजनल आधार पर राज्य को इसी माह जारी किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्यों को 1 जुलाई 2022 के बाद की अवधि के लिए क्षतिपूर्ति राशि नहीं दी जा रही है। केंद्र द्वारा संग्रहित कंपनसेशन सेस का उपयोग केंद्र द्वारा ऋण भुगतान के लिए किया जा रहा है इसको दृष्टिगत रखते हुए ऋण का पुनसंरचना एवं दायित्वों को तर्कसंगत करके राज्यों को कंपनसेट करने के विषय पर विचार किया जाना चाहिए।
किसानों की दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर भार कम हो
शांति धारीवाल ने जीएसटी परिषद की बैठक में कहा कि राज्यों द्वारा पूर्व में भी समय-समय पर जन सामान्य विशेषकर कृषक वर्ग द्वारा दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर कर भार कम करने के संबंध में निवेदन किया था इस संबंध में राज्य की ओर से उन्हें आग्रह किया जाता है राजस्थान के सुझाव पर विचार किया जाए।
धारीवाल ने जीएसटी की प्रक्रिया में प्रवर्तन निदेशालय के हस्तक्षेप का विरोध करते हुए कहा कि इस संबंध में केंद्र सरकार को पुनर्विचार करना बहुत जरूरी है। अगर जीएसटी कलेक्शन से संबंधित अनियमितताओं को डील करने में प्रवर्तन निदेशालय का उपयोग किया जाएगा तो इससे व्यापारियों में गलत संदेश जाएगा।
तंबाकू निर्माताओं की मांगों का हो अध्ययन
धारीवाल ने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स फॉर कैपेसिटी वेस्ड टैक्सेशन की रिपोर्ट के आधार पर तंबाकू उत्पादों के निर्माताओं के संबंध में विशेष प्रक्रियाओं के संबंध में भी राज्य का मत रखा। उन्होंने कहा कि इन प्रक्रियाओं से राजस्व में होने वाली वृद्धि तथा तंबाकू उत्पादों के उपभोग पर प्रभावों के संबंध में अध्ययन किया जाना चाहिए।
उन्होंने परमीसेबल ऑनलाइन गेम पर करारोपण करने पर विचार रखते हुए कहा कि इस संबंध में केंद्रीय मंत्रालय और अन्य स्टेकहोल्डर्स के साथ विचार विमर्श करने के बाद ही निर्णय लिया जाना उचित होगा।