TrendingAyodhya Ram MandirDharmendra & Hema MaliniBigg Boss 19Gold Price

---विज्ञापन---

शिवसेना नेता के हत्यारोपियों का 24 घंटे में एनकाउंटर, मोगा में हुई थी मंगत राम की हत्या

पंजाब के मोगा में शिवसेना लीडर मंगत राम की हत्या से सनसनी फैल गई थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है।

Punjab Police encounter Shivsena Mangat Ram Murder: पंजाब के मोगा में बीते दिन शिवसेना लीडर मंगत राम मंगा की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में में पुलिस की बड़ी कार्रवाई सामने आ रही है। हत्या के महज 24 घंटे के भीतर पुलिस ने आरोपी का एनकाउंटर कर दिया है। मुक्तसर साहिब में पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग देखने को मिली है। इस मुठभेड़ में 3 आरोपियों को गोली लगी और वो बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं।

मुक्तसर साहिब में छिपे थे आरोपी

सूत्रों की मानें तो मंगत राम के आरोपी पुंजाब के मुक्तसर साहिब में छिपे थे। ऐसे में आरोपियों को पकड़ने के लिए CIA स्टाफ मोगा और मलोट ने साझा ऑपरेशन चलाया। जब पुलिस को इसकी भनक लगी तो पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच तगड़ी मुठभेड़ देखने को मिली। दोनों तरफ से जोरदार फायरिंग हुई और फिर तीनों आरोपियों को गोली लग गई। यह भी पढ़ें- ‘हिंदी का विरोध तो डब फिल्में बनाकर लाभ क्यों?’डिप्टी CM पवन कल्याण का नेताओं पर तंज

तीनों आरोपी घायल

दरअसल पुलिस शिवसेना नेता के कत्ल के आरोप में सभी को गिरफ्तार करने पहुंची थी। ऐसे में पुलिस को देखते ही आरोपियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीन आरोपियों को गोली लगी और तीनों बुरी तरह से घायल हो गए। पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।

कैसे गई मंगत की जान?

बता दें कि पंजाब के मोगा में कुछ बदमाशों ने शिवसेना नेता मंगत राम मंगा को सरेआम गोलियों से भून डाला था। मंगत अपनी स्कूटी से दूध लेने निकले थे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने मंगत पर गोली चलाई और यह गोली 12 साल के बच्चे को जा लगी। इसके बाद मंगत अपनी स्कूटी छोड़कर भाग निकले और एक दरवाजे पर चढ़ने की कोशिश करने लगे। तभी बदमाशों ने पीछे से उनपर फायरिंग कर दी। मंगत को मोगा के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

बाजार में चक्का जाम

इस घटना के बाद से मोगा में बुरे हालात देखने को मिल रहे हैं। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए 5 घंटे तक बाजार में चक्का जाम कर दिया। वहीं पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपियों की शिनाख्त की और भागने की कोशिश करने पर उनका एनकाउंटर कर दिया। यह भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में आदिवासी समाज ने खेली पानी से होली, जानें क्या है इसके पीछे की वजह?


Topics: