पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने केंद्र सरकार से पंजाब के गोदामों में पड़े चावल के भारी स्टॉक को खाली करवाने के लिए विशेष मालगाड़ियां चलाने का आग्रह किया। संसद में इस मामले को उठाते हुए वड़िंग ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से पंजाब की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को बिगाड़ने की जानबूझकर नीति अपनाई जा रही है।
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि महीनों पहले चावल के भारी स्टॉक को भारत सरकार ने खाली नहीं करवाया है। उन्होंने कहा कि इसे भारतीय खाद्य निगम को सौंप दिया जाना चाहिए। जब तक यह स्टॉक खाली नहीं हो जाता और गोदाम खाली नहीं हो जाते, तब तक नया स्टॉक नहीं रखा जा सकता।
अमरिंदर सिंह ने चावल शेलर उद्योग का मुद्दा उठाया
वड़िंग ने कहा कि गर्मी का मौसम तेजी से नजदीक आ रहा है, जिससे पंजाब के गोदामों और चावल शेलर में पड़े स्टॉक के खराब होने का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि पंजाब से चावल के स्टॉक को तुरंत खाली करवाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य उद्योगों की तरह चावल शेलर उद्योग भी कठिन दौर से गुजर रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों के दौरान राज्य में लगभग 500 चावल शेलर बंद हो चुके हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दिनों FCI ने धान खरीदकर इसे मील को दे दिया था यह कहते हुए डिलीवरी करने से मना कर दिया कि भंडारण की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में चावल मिलर्स नाराज हैं तो वहीं राज्य सरकार भी चिंता जा चुकी है। पंजाब के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की तरफ से FCI को पत्र भी भेजा गया था।
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FCI के अधिकारी ने इस मामले पर कहा था कि हम चावल के भंडारण के लिए जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी। चावल मिलों से अभी लगभग 70 लाख मीट्रिक टन (LMT) चावल की डिलीवरी होना शेष है।