पंजाब विधानसभा में वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने आज बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने 2 लाख 36 हजार 80 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि टैक्स कलेक्शन बढ़ने से राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में खेलों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। अब खेलों में पंजाब का गौरव वापस लाना मान सरकार का दृढ़ संकल्प है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी अकाली की सरकार ने पंजाब में खेल को कभी प्राथमिकता नहीं दी, खेलों के नाम पर सट्टेबाजी और गैंग्स्टरवाद को बढ़ावा दिया।
कभी पंजाब खेलों में नंबर एक पर था, लेकिन पिछली सरकारों की उपेक्षा से पंजाब 10वें स्थान पर चला गया। मान सरकार ने खेल नीति तैयार की, जिसका मकसद पंजाब की खोई हुई खेल प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित करना है।
खेल पर कितने खर्च होंगे?
वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने खेलों के बजट में रिकॉर्ड वृद्धि की है। 2024-25 में खेल क्षेत्र के लिए 979 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। पंजाब के इतिहास में सबसे अधिक स्थानीय खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। हर गांव में खेल मैदान और 3,000 गांवों में इनडोर जिम का निर्माण किया जाएगा। 13 उत्कृष्टता केंद्रों को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
“खेड़ा वतन पंजाब दियां” के तीन संस्करणों में 5 लाख से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी होगी। इस साल चौथा संस्करण होगा। अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जैसे 2026 एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के लिए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है।
पिछले तीन सालों में खिलाड़ियों को 100 करोड़ से अधिक का पुरस्कार और सरकारी नौकरी (DSP/PCS) प्रदान की गई है। “युद्ध नशे दे विरुद्ध” अभियान में खेलों का महत्वपूर्ण योगदान है, जिससे जल्द ही पंजाब फिर से भारतीय खेलों में शीर्ष स्थान पर लौटेगा।
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