Punjab Government Released Helpline Numbers: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार सरकारी दफ्तरों में काम नहीं करने वाले अफसरों के बारे में बताएं। उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। राजस्व विभाग में यदि किसी भी स्तर पर लोगों को अपने कार्य करवाने में कोई दिक्कत आती है तो मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा हेल्पलाइन नंबर 81849-00002 जारी किया गया है, जिस पर लिखित शिकायत वाट्सऐप की जा सकती है। NRI अपनी लिखित शिकायतें 94641-00168 नंबर पर भेज सकते हैं। यह जानकारी प्रदेश के राजस्व मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने दी।
50 हजार से ज्यादा इंतकाल निपटाए गए
मंत्री जिम्पा ने बताया कि 15 जनवरी को पूरे पंजाब की तहसीलों और सब-तहसीलों में लोकहित को देखते हुए इंतकाल के पेंडिंग (लम्बित) पड़े मामले निपटाने के लिए दूसरा विशेष कैंप लगाया गया। इससे पहले 6 जनवरी को भी विशेष कैंप लगाया गया था, जो बेहद सफल रहा था। दोनों कैंपों के दौरान इंतकालों के लम्बित पड़े 50,796 मामले निपटाए गए हैं। पहले कैंप में 31538, दूसरे कैंप में 19258 मामलों का निपटारा किया गया। 15 जनवरी को विशेष कैंप के दौरान जिम्पा ने ख़ुद बलाचौर, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर और पटियाला तहसीलों का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने लोगों के साथ बातचीत करके उनकी समस्याएं जानीं।
On the directives of CM @BhagwantMann special camps were held on Monday in all Tehsils and Sub-Tehsils across the State to resolve the pending cases of mutation. Revenue Minister Bram Shanker Jimpa said that these camps got massive response of people (1/2) pic.twitter.com/eU1lpmUg8p
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भ्रष्टचार के खात्मे के लिए सहयोग की अपील
मंत्री जिम्पा ने कहा कि उन्होंने समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। पहले कैंप के दौरान उन्होंने होशियारपुर, फगवाड़ा, फिल्लौर, लुधियाना पूर्वी, लुधियाना पश्चिमी और शहीद भगत सिंह नगर तहसीलों का दौरा करके कामकाज का जायज़ा लिया था। जिन लोगों के इंतकाल के मामले पेंडिंग पड़े थे, उन्होंने संबंधित तहसील/सब-तहसील में पहुंचकर उन्हें पूरा करवाया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार लोगों की परेशानियां घटाने के लिए प्रतिबद्ध है। पंजाब में से भ्रष्टाचार ख़त्म करने के लिए लोग सरकार का साथ दें। रिश्वत न दें और लेने वाले की शिकायत करें। कोई अधिकारी/कर्मचारी को किसी कार्य को कारने के बदले में पैसा मांगता है तो बेझिझक होकर इसकी शिकायत की जाए। दोषी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
किस जिले में कितने इंतकाल किए गए?
मंत्री जिम्पा ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज़्यादा 3528 इंतकाल लुधियाना जि़ले में दर्ज किए गए। अमृतसर जि़ले में 508, बरनाला में 353, बठिंडा में 623, फ़तेहगढ़ साहिब में 646, फाजिल्का में 733, फरीदकोट में 386, फिऱोज़पुर में 409, गुरदासपुर में 1233, होशियारपुर में 1456 और जालंधर जि़ले में 996 इंतकालों का निपटारा किया गया।
कपूरथला में 444, मालेरकोटला में 197, मानसा में 636, मोगा में 433, पटियाला में 934, पठानकोट में 551, रूपनगर में 856, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर में 1227, शहीद भगत सिंह नगर में 501, संगरूर में 1458, श्री मुक्तसर साहिब में 593 और तरन तारन में 557 इंतकाल दर्ज किए गए हैं।